#IMFGrowthForecast: IMF ने बताया, इकोनॉमिक ग्रोथ में 2024 में दुनिया में सबसे आगे रहेगा भारत, प्रधानमंत्री ने कहा- वैश्विक विकास और नवाचार का पावरहाउस है भारत

न्यूज़ डेस्क (Bns)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक अच्छी खबर यह है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ( IMF ) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। आईएमएफ ने अपनी ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा है कि इस वित्त वर्ष में विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही आईएमएफ ने कहा है कि 2024-25 में भी जीडीपी वृद्धि 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। जबकि आइएमएफ ने वैश्विक विकास अनुमान को घटा दिया है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक वृद्धि 2023 में 3 प्रतिशत और 2024 में 2.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

आईएमएफ के अनुमान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश एक वैश्विक उज्ज्वल स्थान, विकास और नवाचार का पावरहाउस है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि हमारे लोगों की ताकत और कौशल से संचालित, भारत एक वैश्विक ब्राइट स्पॉट, विकास और नवाचार का एक पावरहाउस है। हम एक समृद्ध भारत की दिशा में अपनी यात्रा को मजबूत करना जारी रखेंगे, हमारे सुधार पथ को और बढ़ावा देंगे”।

2027-28 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा-आईएमएफ
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक रिपोर्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर जो अनुमान व्यक्त किया था, उसके मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था, जो वर्तमान में लगभग 3.75 ट्रिलियन डॉलर है, वित्त वर्ष 2027-28 तक 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगी। भारत 5.2 ट्रिलियन डॉलर के साथ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसकी वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। इस दौरान अमेरिकी अर्थव्यवस्था 31 ट्रिलियन डॉलर के साथ शीर्ष पर रहेगी और वैश्विक अर्थव्यवस्था में इसकी हिस्सेदारी 24 प्रतिशत होगी। इसके बाद चीन 25.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर रहेगा और वैश्विक जीडीपी में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।

चुनौतियों के बाद भी सबसे तेज रहेगी भारत की आर्थिक वृद्धि
दुनिया भर के तमाम अंतरराष्ट्रीय संगठनों का कहना है कि भारत आने वाले समय में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। आईएमएफ के अनुमान के अनुसार रूस-यूक्रेन संकट, कोरोना महामारी और महंगाई जैसी चुनौतियों के बाद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रहेगी। आईएमएफ ने कहा है कि वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि में भारत की हिस्सेदारी 2028 तक फ्रांस और ब्रिटेन को पार कर जाने की उम्मीद है। इससे भारत वैश्विक आर्थिक विकास को चलाने में एक प्रमुख देश बन जाएगा। वैश्विक विकास में 75 प्रतिशत योगदान देने वाले 20 देशों में अमेरिका और चीन के साथ भारत शीर्ष योगदानकर्ताओं में बना हुआ है। 2023 में वैश्विक विकास में भारत का योगदान 15 प्रतिशत रहने की भी उम्मीद जताई गई है।

कई वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर है भारत
इसके पहले इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) की उपप्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की कई दूसरी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रही है। अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत को लेकर दुनियाभर में पॉजिटिव सेंटीमेंट है। बहुत सारे बिजनेस और कंपनियां भारत को एक निवेश डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं, क्योंकि वे चीन सहित दूसरे देशों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं।

आईएमएफ को भरोसा, वैश्विक अर्थव्यवस्था की अगुवाई करेगा भारत
इसके पहले आईएमएफ ने कहा था कि भारत की अगुवाई में दक्षिण एशिया वैश्विक वृद्धि का केंद्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है और 2040 तक वृद्धि में इसका अकेले एक-तिहाई योगदान हो सकता है। आईएमएफ के हालिया शोध दस्तावेज में कहा गया कि बुनियादी ढांचे में सुधार और युवा कार्यबल का सफलतापूर्वक लाभ उठाकर यह 2040 तक वैश्विक वृद्धि में एक तिहाई योगदान दे सकता है। आईएमएफ की एशिया एवं प्रशांत विभाग की उप निदेशक एनी मेरी गुलडे वोल्फ ने कहा कि हम दक्षिण एशिया को वैश्विक वृद्धि केंद्र के रूप में आगे बढ़ता हुए देख रहे हैं।

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