नई दिल्ली। भारत में गणतंत्र दिवस के पहले सीमापार से अफगानी आतंकियों की घुसपैठ का खतरा बढ़ गया है। सीमा सुरक्षा बल को घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर कश्मीर, पंजाब, राजस्थान से सटी सीमाओं पर खास सतर्कता बरतने को कहा गया है। BSF के जवान इस मौके पर किसी भी आतंकी वारदात को नाकाम करने को पूरी तरह से मुस्तैद किए गए हैं। पहाड़ी सीमाओं पर ठंड के साथ सर्द हवाओं के बीच भी सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी से तैनात हैं।
खुफिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि आतंकी लॉन्च पैड से मसरूर बड़ा भाई के जरिए पाकिस्तान अफगानी और तालिबानी आतंकियों की घुसपैठ करा सकता है। इन आतंकियों की मदद पाकिस्तान रेंजर्स कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने कुछ फोन कॉल भी इंटरसेप्ट किये हैं। जिससे घुसपैठ की साजिश का पता चलता है।
यह भी संभावना जताई गई है कि पाकिस्तान ड्रोन के जरिए हथियार भी भेज सकता है। BSF सूत्र बताते हैं कि आतंकी कमांडर पाक आर्मी और ISI की मदद से प्री प्रोग्राम्ड ड्रोन का इस्तेमाल हथियार भेजने के लिए कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि तस्करों के जरिये हथियारों की खेप भेजने का मॉड्यूल भी आतंकी इस्तेमाल कर सकते हैं। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट, अटारी बॉर्डर, हुसैनीवाला बॉर्डर और करतारपुर कॉरिडोर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
BSF ने जम्मू के 13 छोटे नाले और 3 बड़ी नदियों में भी अलर्ट बढ़ा दिया है। सूत्रों ने कहा, BSF ने सिर्फ जम्मू ही नहीं पंजाब की नदियों वाले इलाके में भी अलर्ट जारी कर दिया है। इन क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस भी बढ़ाया गया है। खुफिया एजेंसियों ने आगाह किया है कि कश्मीर में सुरक्षाबलों की खास तैनाती की वजह से आतंकियों की अन्य सीमाओं पर निगाह है। गुजरात के हरामी नाले के इलाके से लश्कर के आतंकियों के घुसपैठ की आशंका जताई गई है। इसके चलते बीएसएफ ने फास्ट अटैक क्राफ्ट और ऑल टेरेन व्हीकल की गस्ती बढ़ा दी है। इन सीमाओं पर जवानों की तैनाती भी बढ़ाई गई है।