नई दिल्ली। कांग्रेस सेवादल के द्वारा विनायक सावरकर पर टिप्पणी करने वाली छापी गई किताब पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल की ओर से बांटी गई इस किताब पर विवाद हो गया जिसमें नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर को समलैगिंक बताया गया था। उसका बाद बीजेपी, शिवसेना से लेकर हिन्दू महासभा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस सेवादल की किताब में लगाए आरोप पर कहा कि ये पूर्व महासभा अध्यक्ष सावरकर के खिलाफ हास्यास्पद आरोप हैं। इसके साथ ही चक्रपाणी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि हमने यह भी सुना है कि राहुल गांधी होमोसेक्सुअल हैं।
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश के भोपाल में कांग्रेस सेवादल ने विनायक सावरकर को लेकर एक किताब छापी है। ‘वीर सावरकर कितने वीर’, किताब का टाइटल है। भोपाल में आयोजित किए गए 10 दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में इसे बांटा गया। इसमें महात्मा गांधी की हत्या, नाथूराम गोडसे और वीडी सावरकर का जिक्र किया गया है। किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे। इसके बाद बीजेपी मंत्री और सांसद गिरिराज सिंह ने कहा, ‘वह दिन दूर नहीं है जब वह (कांग्रेस) किताब पढ़ेंगे कि जिन्ना कितने अच्छे नेता थे। वह जिन्ना को आदर्श मानते हैं और यही कारण है कि वह सावरकर को गाली देते हैं।’
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘जो लोग सावरकर जी के बारे में ऐसा बोल रहे हैं उनके दिमाग की जांच की जानी चाहिए। फिर चाहे वो महाराष्ट्र हो या देश का कोई हिस्सा हर कोई सावरकर जी पर गर्व करता है। जो लोग इस तरह की बातें करते हैं, उनका दिमाग गंदगी से भरा है।