नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खरीफ की 14 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की है। मंत्रिमंडल की अहम बैठक के बाद इसकी घोषणा करते हुए केंद्र सरकार की ओर गया गया कि किसानों की उपज का बेहतर मूल्य दिलाना और कृषि क्षेत्र को अधिक लाभदायक बनाना केंद्र की सरकार की प्राथमिकता है। कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी दी।
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केंद्रीय कैबिनेट के एमएसपी पर लेकर फैसले को केंद्रीय केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अहम बताया। एक बयान में उन्होंने इसकी पूरी जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आज कैबिनेट में किसान कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। खरीफ फसल के लिए 14 फसलों पर कैबिनेट ने MSP को मंजूरी दी है। धान का नया MSP 2,300 रुपये किया गया है जो पिछली MSP से 117 रुपये अधिक है। कपास का नया MSP 7,121 और एक दूसरी किस्म के लिए 7,521 रुपये पर मंजूरी दी है जो पिछली MSP से 501 रुपये ज्यादा है।”
मंत्री वैष्णव ने कहा कि सरकार किसानों को इनपुट लागत से 50 प्रतिशत अधिक कीमत उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और निर्णय उसी उद्देश्य के अनुरूप हैं। पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक पूर्ण वृद्धि की सिफारिश तिलहन और दालों के लिए की गई है।
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कैबिनेट ने धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मक्का और कपास सहित 14 खरीफ सीजन की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी है। आज के फैसले से किसानों को एमएसपी के रूप में लगभग एक लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। यह पिछले सीजन की तुलना में 35,000 करोड़ रुपये अधिक है।
दरअसल, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 खरीफ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दी। इसको लेकर कृषि मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में जानकारी दी गई। प्रेस रिलीज में कहा गया, “सरकार ने उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए विपणन सीजन 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है।”
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MSP में कितनी वृद्धि एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि तिलहन और दालों के लिए की गई है, अर्थात् निगरसीड (983 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि), इसके बाद तिल (632 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि) और अरहर दाल (550 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि) है।