नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देशभर में कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को लॉन्च किया। इस दौरान देश भर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 3006 सेशन साइट्स लॉन्च प्रोग्राम से वर्चुअल तरीके से जुड़े। पहले दिन भारत में हर सेशन साइट पर लगभग 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीनेशन के पहले चरण में 3 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाना है।
इसी बीच केंद्र सरकार भारत बायोटेक को कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन के 55 लाख डोज खरीदने का ऑर्डर दे चुकी है। भारत बायोटेक का कहना है कि वैक्सीन लगाए जाने वाले व्यक्ति में अगर कोई घातक साइड इफेक्ट दिखाई पड़ता है तो कंपनी उसे मुआवजा देगी। दरअसल, भारत में कोरोना के खात्मे के लिए शनिवार से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया है कि साढ़े तीन बजे तक प्रदेश में 13 हजार, 419 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीनेट किया जा चुका था। कहीं से भी किसी गंभीर घटना की सूचना नहीं मिली है। सभी लोगों ने बहुत ही सकारात्मक फीडबैक दिया है।
हरियाणा के गुरुग्राम में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज 47 वर्षीय सफाई कर्मचारी राधा चौधरी को दिया गया। देश को डिजिटल रूप से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बहुत कम समय में टीके बनाने में कामयाब रहा, जिसमें आमतौर पर वर्षों लगते हैं।
पीएम मोदी ने वैक्सीन अनुसंधान और प्रक्रिया में शामिल वैज्ञानिकों के प्रयासों का भी स्वागत किया, उन्होंने कहा कि वे इन टीकों को बनाने के लिए विशेष प्रशंसा के पात्र हैं और टीके की मदद से भारत सबसे घातक वायरस के खिलाफ जीत का प्रतीक होगा।