नई दिल्ली। संसद में लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा हुई। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों के नए गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के नाम के पीछे की वजह भी बताई। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी उनको अपने गठबंधन का नाम बदला पड़ा, अच्छा नाम था UPA, 10 साल तक सत्ता में भी रहे.. फिर क्या दिक्कत थी? नाम क्यों बदला? गृह मंत्री ने कहा कि इसकी वजह आपलोगों को मैं बताता हूं..
जाने क्यों इन भ्रष्टाचारी कांग्रेसियों ने अपने गठबंधन UPA का नाम बदला.. pic.twitter.com/3TRHPPIQWI
— Sandeep Thakur (मोदी का परिवार) (@thakurbjpdelhi) August 9, 2023
गृह मंत्री ने कहा कि 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले-घपले चढ़े हैं यूपीए के नाम पर…कैसे जाएं बाजार में? उन्होंने बताया कि जो कंपनी दिवालिया हो जाती है या जिसकी साख खराब हो जाती है तब वह अपना नाम बदल देती है… इन्होंने भी अपना नाम बदल दिया। उन्होंने कहा कि बोफोर्स घोटाला, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, सीडब्ल्यूजी घोटाला, कोयला घोटाला, आदर्श घोटाला, नेशनल हेराल्ड घोटाला, वाड्रा का डीएलएफ घोटाला, चारा घोटाला समेत कई घोटाला यूपीए के नाम दर्ज है। इतने सारे घोटाले के बाद उनके पास गठबंधन का नाम बदलने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। हमें अपना नाम बदलने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम किसी घोटाले में शामिल नहीं हैं। NDA सरकार ने देश को एक स्थिर सरकार दी है।
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) एवं कांग्रेस के सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच नोंकझोंक देखने को मिली और भाजपा नेता ने यहां तक कहा कि कांग्रेस ने अपने ही नेता को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने का मौका नहीं दिया है। अगर वह चाहें तो भाजपा के समय में से आधा घंटा लेकर बोल सकते हैं। शाह जब निचले सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में बोल रहे थे, उस समय चौधरी ने उन्हें कई बार टोका। इस पर गृह मंत्री ने अपनी असहमति जताते हुए चौधरी से कहा कि वह बार-बार क्यों खड़े हो जाते हैं।
शाह ने चौधरी को बीच में नहीं टोकने के लिए नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस ने सदन में अपने ही नेता को जब बोलने का मौका नहीं दिया तो वह अब उनके बीच में क्यों बोल रहे हैं? बाद में चौधरी ने जब उन्हें फिर टोका तो शाह ने उनसे कहा कि यह सही है कि उनकी पार्टी ने उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने का मौका नहीं दिया। उन्होंने कहा कि चौधरी चाहें तो बाद में उनकी पार्टी (भाजपा) के समय में से आधा घंटा लेकर बोल सकते हैं किंतु वह बीच में नहीं बोलें।