नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने पहली बार बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का जनादेश नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ नहीं है। गृह मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है जब भाजपा ने हार की समीक्षा किए जाने की बात कही है।
ज्ञात हो कि शाह ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। इसके बावजूद 70 विधानसभा वाली दिल्ली में भाजपा को महज 8 सीटें ही हासिल हुईं। हालांकि पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा के वोट प्रतिशत में करीब 8 फीसदी का इजाफा हुआ है।
चुनाव बहुत सारे दलों के लिए, सरकार बनाने और सरकार गिराने के लिए होते हैं।
भाजपा एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है, हमारे लिए चुनाव हमारी विचारधारा को बढ़ाने का भी चुनाव होता है।
सिर्फ जय पराजय के लिए हम चुनाव नहीं लड़ते: श्री @AmitShah #TimesNowSummit
— BJP (@BJP4India) February 13, 2020
श्री शाह ने कहा कि चुनाव बहुत सारे दलों के लिए, सरकार बनाने और सरकार गिराने के लिए होते हैं। भाजपा एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है, हमारे लिए चुनाव हमारी विचारधारा को बढ़ाने का भी चुनाव होता है। सिर्फ जय पराजय के लिए हम चुनाव नहीं लड़ते हैं। इसी बीच अमित शाह ने देश के गद्दारों को गोली मारो बयान का भी जिक्र करते हुए इसे गलत बताया और कहा कि इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए।