न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल में बीजेपी की प्रचंड लहर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हुंकार ने तृणमूल कांग्रेस में खलबली मचा दी है। जनता के बदले मूड और बीजेपी को मिल रहे अपार जनसमर्थन की वजह से TMC छोड़ने वालों का सिलसिल जारी है। विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले सोमवार यानि 8 मार्च, 2021 को पांच विधायकों ने टीएमसी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिनमें सोनाली गुहा (सतगछिया), शीतल सरदार (संकरैल), जटू लाहिड़ी (शिवपुर), दिव्येन्दु विश्वास (बशीरहाट दक्षिण) और रवींद्रनाथ भट्टाचार्य शामिल है। वहीं टीएमसी की एक महिला उम्मीदवार सरला मुर्मू ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका दिया है।
मालदा जिले की हबीबपुर विधानसभा सीट से टिकट मिलने के बावजूद पार्टी की नेता सरला मुर्मू ने अपने समर्थकों के साथ TMC छोड़ दी। मुर्मू के बीजेपी में जाने की अटकलें हैं। पश्चिम बंगाल में ये पहला मौका है, जब किसी प्रत्याशी ने टिकट मिलने के बावजूद अपनी पार्टी छोड़ी है। वहीं, सरला मुर्मू के अलावा TMC के 14 अन्य नेता, जिनमें मालदा जिला परिषद के अध्यक्ष गौर चंद्र मंडल और TMC के कॉर्डिनेटर अमलान भादुड़ी शामिल हैं। ये सभी नेता बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
इधर, सरला मुर्मू के पार्टी छोड़ने के बाद TMC ने प्रदीप बास्के को हबीबपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। दरअसल सरला मुर्मू पुराना मालदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन TMC ने उन्हें इसके बजाय हबीबपुर से टिकट दे दिया, जिसकी वजह से वो नाराज बताई जा रहीं थीं। बीजेपी में शामिल होने के बाद सरला मुर्मू TMC के उन पूर्व दिग्गज नेताओं की लिस्ट में शामिल हो जाएंगी, जिन्होंने हाल फिलहाल में पार्टी छोड़ी है।
गौरतलब है कि मालदा जिले में 26 और 29 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होना है। मालदा जिले में 12 विधानसभा सीटे हैं। साल 2016 के चुनाव में इस जिले में तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था और बीजेपी के खाते में 2 सीटें आयीं थीं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी।सीटों के मामले में बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी। एक-एक सीट पर माकपा और निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।