तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बृहस्पतिवार को कहा कि संसद में पारित नागरिकता (संशोधन) विधेयक राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। वहीं, उत्तरी केरल में एक स्थानीय कॉलेज के सैकड़ों छात्रों ने एक मार्च निकाला और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके। कांग्रेस नीत यूडीएफ ने भी राज्य सचिवालय के सामने विधेयक और महंगाई सहित कई अन्य मुद्दों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
Our democracy is in danger. With CAB, Sangh Parivar has used the majority they enjoy in the parliament to uproot the bedrock of Indian democracy & Constitution. It's a rejection of secularism. BJP has made it clear that their main political plank is communalism. We must resist.
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) December 12, 2019
विजयन ने भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि असंवैधानिक विधेयक के लिए केरल में कोई जगह नहीं होगी और राज्य इसे लागू नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। कोषिक्कोड में फारूक कॉलेज के सैकड़ों छात्रों ने विधेयक के खिलाफ लंबा मार्च निकाला, विधेयक की प्रतीकात्मक प्रतियां फाड़ी और शाह का पुतला फूंका।
The Citizenship Amendment Bill is an attack on the secular and democratic character of India. The move to decide citizenship on the basis of religion amounts to a rejection of the Constitution. It will only take our country backward. Our hard-fought freedom is at stake. pic.twitter.com/Yg9Y8QJLUx
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) December 11, 2019
विजयन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश में लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका मुख्य राजनीतिक औजार सांप्रदायिकता है।’’ विजयन ने कहा कि यह दुनिया के समक्ष भारत को अपमानित करता है। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस हिंदू राष्ट्र के एजेंडा को लागू करने की कोशिश कर रहा है।