कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अब सियासत गर्माती जा रही है। राजनीतिक दलों के बीच में अब ‘नारा’ नया विषय बन गया है। हाल ही में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘जय श्री राम’ के नारे को लेकर निशाना साधा था और पूछा था कि वह अपमानित क्यों महसूस कर रही थीं। राजनीति में पक्की खिलाड़ी मानी जाने वाली ममता बनर्जी को भी चुनावों के लिए कुछ नया और रोचक नारा चाहिए था। जो अब उन्हें मिल भी गया है।
हुबली में एक जनसभा को संबोधित करती हुई ममता बनर्जी ने ‘हरे कृष्ण हरे राम, विदा हो बीजेपी-वाम’ का नारा दिया। दरअसल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी जैसे ही पहुंचीं तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम का उद्घोष किया। भगवान राम के उद्घोष से मुख्यमंत्री बनर्जी नाराज हो गईं और सरकारी कार्यक्रम में अपमान का आरोप लगाते हुए उन्होंने भाषण देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद भाजपा नेता से लेकर कार्यकर्ता उन पर निशाना साध रहे हैं।
Public meeting at Pursurah, Hooghly | পুরশুড়ার জনসভায় https://t.co/oTF8LTxyHq
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 25, 2021
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, हुबली की रैली में ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभी के नेता हैं… वे मुझे प्रधानमंत्री के सामने चिढ़ा रहे थे… मैं बंदूकों में विश्वास नहीं करती हूं, मैं राजनीति में विश्वास करती हूं। भाजपा ने नेताजी का, बंगाल का, रवींद्रनाथ टैगोर का सभी का अपमान किया है। बता दें कि ममता बनर्जी ने अपना भाषण बांग्ला भाषा में दिया।