न्यूज़ डेस्क। तेलंगाना के वरिष्ठ IPS अधिकारी RS प्रवीण कुमार की एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस वीडियो में वह छात्र-छात्राओं को हिंदू विरोधी शपथ दिलवाते दिख रहे हैं कि वे भविष्य में कोई हिंदू धर्म व परंपरा का पालन नहीं करेंगे।
वीडियो में नजर आने वाले अधिकारी फिलहाल तेलंगाना सोशल वेल्फेयर रेसीडेंशियल एड्यूकेशनल इंस्टिट्यूशन सोसायटी (TSWREIS) के सचिव भी हैं। उनकी विवादित वीडियो हर जगह वायरल है। इसमें कई लोग हिंदू विरोधी प्रोपगेंडा का भाग बनते दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, IPS अधिकारी ने हिंदुओं के विरुद्ध छात्रों को शपथ दिलाने का काम ‘Swaero Holy Month’ सेरेमनी के दौरान किया, जिसे उन्होंने तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले के धुलीकत्ता इलाके में बने बौद्ध मंदिर में लॉन्च किया।
IPS officer making people take pledge….
In the pledge
– " I don't believe Lord Ram or Krishna "
– " I don't believe Ganesh it Gowri
– "here by I won't follow any Hindu rituals not traditions".All in the name of jaiBhim #SuspendPraveenSwaero pic.twitter.com/Uiz3KDn7qS
— Srikanth (@Srikanth4Bharat) March 15, 2021
इसी आयोजन की एक छोटी सी क्लिप में देख सकते हैं कि प्रवीण कुमार मासूमों को शपथ दिलवाते हुए कहते हैं, “मैं गौरी, गणपति और अन्य हिंदू भगवानों में विश्वास नहीं करता। मैं कभी उनकी पूजा नहीं करूँगा। मैं उन्हें भगवान का अवतार नहीं मानता। मैं श्राद्ध कर्म नहीं करूँगा और न ही पिंड दान करूँगा। मैं कोई भी ऐसी चीज नहीं करूँगा जो बुद्ध के दिखाए रास्ते व सिद्धांतों से अलग होगी। मैं कभी शराब नहीं पिऊँगा। मैं राम-कृष्ण में भी विश्वास नहीं करूँगा।”
कथित तौर पर, तेलंगाना सरकार ने 2014 में जरूरतमंद और वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और तेलंगाना राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और छात्रावासों को संचालित करने के लिए TSWREIS स्थापित किया था, जिसके सचिव पद पर आज प्रवीण कुमार बैठे हुए हैं।
लीगल राइट्स प्रोटेक्शन फोरन नाम के एक्टिविस्ट ग्रुप के अनुसार, आरएस प्रवीण कुमार हिंदू विरोधी विचारधारा को बढ़ावा देकर स्कूल व हॉस्टल में पढ़ने वाले बच्चों के दिमाग को भ्रष्ट कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह को भेजी गई अपनी शिकायत में LRPF ने आरोप लगाया है कि प्रवीण कुमार ने SWAROES नाम का मूवमेंट शुरू किया है, जो गैर सामाजिक गतिविधियों में लिप्त है और गरीब अनुसूचित जाति के लोगों के भले के नाम पर उनके दिमाग में जहर भर रहा है।
शिकायत में लिखा है कि कल्याण के नाम पर चल रही ऐसी घटिया हरकतों पर लगाम लगना जरूरी हैं। साथ ही ऐसे लोगों को दंड देने के लिए कदम उठाने भी आवश्यक हैं, जो सार्वजनिक शांति और कानून व्यवस्था के हित में काम नहीं कर रहे हैं।
LRPF की शिकायत के अनुसार, एक तय धर्म के देवी देवताओं का नाम लेने वाले प्रवीण कुमार वो आईपीएस अधिकारी हैं, जो तेलंगाना सोशल वेल्फेयर रेसीडेंशियल एड्यूकेशनल इंस्टिट्यूशन सोसायटी के एक जिम्मेदार पद पर हैं। वह अत्यधिक निर्णायक व पब्लिक ब्यूरोक्रेट होने के बावजूद, खुलेआम दूसरे धर्मों के ख़िलाफ़ नफरत फैला रहे हैं।
SWAEROS का विरोध करने पर हुआ भाजपा नेता पर हमला
गौरतलब है कि SWAEROS और आईपीएस प्रवीण के विरोध में कई हिंदू संगठन व भाजपा नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। तेलंगाना के भाजपा नेता व वीएचपी सदस्यों ने प्रवीण कुमार को हिंदुओं की भावना भड़काने का जिम्मेदारा बताया है। इन्हीं आरोपों के बीच भाजपा अध्यक्ष बांदी संजय कुमार पर तेलंगाना के कोआड़ा के नजदीक रॉड और पत्थरों से हमला हुआ। साथ ही उनके वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
https://twitter.com/netaji_bond/status/1372219245442912256?s=20
भाजपा नेताओं ने इस हमले के लिए पूरी तरह SWAEROS और आईपीएस प्रवीण कुमार को जिम्मेदार बताया। साथ ही प्रवीण कुमार के ट्रांस्फर की भी माँग उठाई। बीजेपी नेताओं ने कहा कि सुनियोजित ढंग से संजय कुमार पर हमला हुआ, वो भी तब जब वह हुजूरनगर से हैदरबाद के लिए जा रहे थे।
वहीं विवादित पुलिस अधिकारी प्रवीण कुमार ने पूरे मामले पर कहा कि SWAEROS एक समावेशी विचारधारा है, जहाँ सभी धार्मिक धर्मों के लोग गरीबी से मुक्ति के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने बयान में भाजपा नेताओं के खिलाफ किसी भी हिंसा की निंदा नहीं की।
This is my clarification on what has appended in Dhulikatta Buddhist Shrine today. Once again I reiterate Swaeroism is inclusive ideology and we have people with all religious faiths working for liberation of poor from poverty. #swaero pic.twitter.com/h08wKjXcd9
— Dr.RS Praveen Kumar (@RSPraveenSwaero) March 15, 2021
बयान में लिखा गया, “Swaero Network में सभी धार्मिक मान्यताओं वाले लोग हैं, और हम सभी धर्मों से सर्वश्रेष्ठ चीजें लेते हैं। हम अपने घरों और कार्यस्थलों दोनों में किसी भी धर्म के खिलाफ कोई पूर्वाग्रह नहीं सिखाते हैं और सभी त्योहार मनाते हैं। हम देश में न्यायपूर्ण और समान समाज के लिए केवल शिक्षा, स्वास्थ्य जागरूकता, वैज्ञानिक सोच और आर्थिक सशक्तिकरण के माध्यम से काम करते हैं, न कि घृणा के माध्यम से।”