संसद में राजनाथ सिंह ने दिया बयान, कहा- लद्दाख में पैंगोंग झील से पीछे हटेंगे चीनी सैनिक

नई दिल्ली। भारत-चीन विवाद में एक बड़ी कामयाबी मिली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान दिया कि महीनों से जारी भारत चीन सीमा तनाव अब खत्म हो गया है। राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया है कि भारत-चीन के बीच पैंगोंग झील विवाद पर समझौता हो गया है। रक्षा मंत्री ने कहा है कि भारत और चीन लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे पर अपनी सेनाएं हटाने के लिए सहमत हो गए है।

रक्षामंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष झील के उत्तरी किनारे पर सैन्य गतिविधियों पर अस्थायी रोक लगाने पर सहमत हो गए हैं, जिसमें पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त भी शामिल है। गश्त फिर से तभी शुरू की जाएगी जब दोनों पक्ष इस पर सहमत हो जाएं। उन्‍होंने कहा कि चीन के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस संकल्प का ध्‍यान रखा गया जिसमें कहा गया है कि भारत अपनी एक इंच जमीन भी नहीं देगा।

समझौते के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों पक्ष चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से अपनी आगे की तैनाती को रोक देंगे। उन्होंने कहा कि चीनी सेना झील के उत्‍तरी किनारे पर फिंगर 8 के पूर्व में अपनी उपस्थिति बनाए रखेगा। जबकि भारतीय सैना फिंगर 3 के पास धनसिंह थापा चौकी पर बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल अप्रैल के बाद झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों पर बनाए गए सभी ढांचों को हटा दिया जाएगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने इस समझौते के लिए लद्दाख की अत्यंत कठोर जलवायु परिस्थितियों में धैर्य और संकल्प का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि देश बहादुर सैनिकों के उस बलिदान को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि एक साल तक चली राजनयिक और सैन्य बातचीत के बाद यह समाधान हुआ। उन्होंने बताया कि अब तक दोनों पक्षों के वरिष्ठ कमांडरों की बैठकों के नौ दौर हो चुके हैं।

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