न्यूज़ डेस्क। दिल्ली में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को हुए उपद्रव से 400 साल पुराने स्मारक लाल किले को काफी नुकसान पहुंचा है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि लाल किले से कुछ प्राचीन वस्तुएं गायब हैं और गणतंत्र दिवस पर दिखाई गईं झांकियां भी क्षतिग्रसत की गई है। इस मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को सौंपी गई है और इस बारे में FIR दर्ज कराई जाएगी।
केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि लाल किले के टिकट काउंटर तहस-नहस हो गया। लाहौरी गेट पर तोड़फोड़ की गई और वहां की लाइट के साथ तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा कि सबसे सुरक्षित क्षेत्र, जहां झंडा फहराया जाता है वहां मीनार के पास कलश होता है उसमें दो गायब हैं। बाकी चीजें की कीमत का आकलन मुमकिन है पर पुरातात्विक अवशेष की कीमत नहीं लगाई जा सकती, वे बेशकीमती हैं।
सोशल मीडिया में कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनसे उपद्रव की भीषणता और नुकासन का अंदाजा लगाया जा सकता है। वीडियो में बेकाबू उपद्रवियों को परिसर में बेतरतीब तरीके से दौड़ते हुए देखा जा सकता है, ये लाठियों से विभिन्न सामनों पर प्रहार कर रहे हैं और पुलिस पर पथराव कर रहे हैं। CCTV कैमरों, मेटल डिटेक्टर्स, कांच की खिड़कियों और प्रवेश द्वार पर लगे सुरक्षा उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। एक वीडियो में किसानों को लाल किला परिसर की बाउंड्री वॉल में तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों ने रात करीब 10 बजे तक लाल किले पर कब्जा रखा। उपद्रवी लाल किले के अंदर बाहर हुड़दंग मचाते रहे। पुलिसकर्मियों पर भी हमला करते रहे। कई पुलिस कर्मियों पर दंगाइयों ने डंडे बरसाए जिसके चलते पुलिस ने खुद खाई में कूदकर अपनी जान बचाई।