मुंबई। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार का 98 की उम्र में निधन हो गया है। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पिछले कुछ दिनों में उन्हें कई बार मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बुधवार (जुलाई 7, 2021) को सुबह साढ़े 7 बजे अंतिम साँस ली। मुंबई के ही खार हिंदुजा अस्पताल में उनका निधन हुआ। उनके इलाज कर रहे अस्पताल के डॉक्टर पार्कर ने दिलीप कुमार के निधन की पुष्टि की है।
पिछले 1 महीने में उन्हें 2 बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 5 जुलाई, 2021 को उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी किए गए अपडेट में उनकी पत्नी सायरा बानो ने बताया था कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है। 11 दिसंबर, 1922 को ब्रिटिश इंडिया के पेशावर (अब पाकिस्तान में) में जन्मे दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान था। 1944 में मात्र 22 की उम्र में ‘ज्वार-भाटा’ से उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था।
40 के दशक के लोकप्रिय अभिनेता अशोक कुमार ने उन्हें ‘नेचुरल एक्टिंग’ करने की सलाह दी थी। उनसे प्रभावित होकर दिलीप कुमार ने अभिनय की दुनिया में कदम आगे बढ़ाए। उर्दू में दक्षता के कारण पहले उन्होंने फिल्मों की स्क्र्रिप्ट और डायलॉग लिखने में भागीदारी की। अभिनेत्री देविका रानी के कहने पर उन्होंने अपना नाम दिलीप कुमार रखा। ‘जुगनू (1947)’, ‘शहीद (1948)’ और ‘मेला (1948)’ के साथ उन्होंने करियर की शुरुआत में ही कई हिट दिए।
इसके बाद 50 के दशक में बॉलीवुड में उनका ही डंका बजने लगा और उन्होंने हिट फिल्मों की झड़ी लगा दी। 1950 के दशक में 30 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में 9 अकेले उनकी ही थी। लेकिन, उन्हें करियर की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर 1960 में ‘मुगले आजम’ के रूप में मिली। इस फिल्म ने इतनी कमाई की कि अगले 11 वर्षों तक इसका रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया। इन्फ्लेशन को ध्यान में रखें तो 2011 तक इस फिल्म का रिकॉर्ड नहीं टूट पाया था। अब अभिनेता दिलीप कुमार का निधन हो गया है।