नई दिल्ली। कोविशील्ड टीके की दोनों खुराकों के बीच अंतर बढ़कर 12 से 16 हफ्ते हो गया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने गुरुवार को सरकारी समूह Ntagi की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है। अभी तक कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच 6 से 8 हफ्ते का अंतर रखना होता था।
मौजूदा साक्ष्यों, खासकर ब्रिटेन से मिले साक्ष्यों के आधार पर कोविड-19 वर्किंग ग्रुप ने कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच अंतराल को बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते करने का सुझाव दिया था।
यह दूसरी बार है जब कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच अंतराल को बढ़ाया गया है। देश में 16 जनवरी को जब टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था उस समय कोविशील्ड की दोनों डोज के बीच 4 से 6 हफ्ते का गैप रखा जा रहा था। हालांकि, मार्च में इस गैप को बढ़ाकर 4 से आठ हफ्ते किया गया।
ज्ञात हो कि भारत में फिलहाल दो वैक्सीन कोवैक्सिन और कोविशील्ड की मदद से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि सरकार ने रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी के टीके को भी आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि रूस की वैक्सीन अगले हफ्ते से भारतीय बाजार में मिलने लगेगी, जिसके बाद टीकाकरण में और तेजी आ सकती है।
समूह ने अपने सुझावों में यह भी कहा था कि गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का कोई भी टीका लगवाने का विकल्प दिया जा सकता है और स्तनपान करवाने वाली महिलाएं बच्चे को जन्म देने के बाद किसी भी समय टीका लगवा सकती हैं। एनटीएजीआई के ये सुझाव मंजूरी के लिए टीकाकरण को देखनेवाले कोविड-19 के राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (NEGVAC) को भेजे जाएंगे। हालांकि, अभी तक इसको लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।