नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खर्चीले इलाज को लेकर लोग डरे हुए हैं। उन्हें लगता है कि अगर कोरोना से संक्रमित हुए तो निजी अस्पतालों में इलाज करा नहीं सकेंगे। साथ ही राज्य सरकार के अस्पतालों की हालत को लेकर खौफनाक रिपोर्टें मिल रही हैं। ऐसे में कहां जाएंगे, क्या करेंगे? इस तरह के सवाल लोगों को परेशान करने लगे हैं। खासकर ऐसे लोग जिनकी सैलरी कम है, वो अधिक चिंतित है।
अगर आपकी सैलरी 21 हजार से कम है तो आप ESIC के मेडिकल लाभ के हकदार हैं। जाहिर है ESIC के तहत आपके नियोक्ता आपकी तरफ से अंशदान कर रहे हैं। ऐसे में अपनी जिम्मेदारी उठाते हुए ESIC ने कोरोना वायरस के इलाज को लेकर अपने लाभार्थियों को बड़ी राहत दी है। पहली बात ये कि लाभार्थियों को आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त लैब में टेस्टिंग की मुफ्त सुविधा मिलेगी। ESIC Scheme के तहत आप अस्पतालों में बेहतर इलाज पा सकते हैं। इलाज के दौरान आपको आंशिक सैलरी भी मिलती रहेगी। कर्मचारियों को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार ने एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है। ESIC ने बड़ा एलान किया है कि जो कंपनियां लॉकडाउन के दौरान अपने कर्मचारियों का अंशदान नहीं दे पाई हैं। उनके लिए भी मुकम्मल इलाज की सुविधा होगी।
ईएसआईसी द्वारा कोविड-19 महामारी के मद्देनजर चिकित्सा सेवा को और बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कुछ महत्वपूर्ण कदम#StayhomeStaysafe #SocialSecurity #Indiafightscorona #ESIC pic.twitter.com/RYX5tHuuuW
— ESIC – Healthy Workforce – Prosperous India (@esichq) June 11, 2020
ESIC ने इस बारे में बकायदा ट्वीट कर पूरी जानकारी दी है। तो जिन लोगों की सैलरी कम है उन्हें अब कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए चिंता करने की बात नहीं है। बता दें कि आम सरकारी अस्पतालों से ESIC अस्पतालों की हालत बेहतर है। कई ESIC अस्पताल को कोरोना मरीजों के इलाज की अनुमति दी गई है। खास बात ये कि अगर ESIC अस्पताल में आपके इलाज की पूरी सुविधा नहीं है तो कॉर्पोरेशन के खर्चे पर निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा सकते हैं। हालांकि इसके लिए डॉक्टर की तरफ से रेफर किया जाना जरूरी होता है।
ESIC योजना का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है, जिनकी महीने की सैलरी 21 हजार रुपए या उससे से कम हो। साथ ही ESIC के दायरे में वो कंपनियां आती हैं जहां कम से कम 10 कर्मचारी काम करते हों। चार साल पहले सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए ESIC दायरे में आने वाले कर्मचारियों की सैलरी 15 हजार से बढ़ाकर 21 हजार कर दी थी। जिसके बाद से बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के कर्मचारी ESIC के दायरे में आ गए। अब कोरोना काल में ये बेहतर चिकित्सकीय सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।