न्यूज़ डेस्क। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने तमाम विरोधों के बावजूद जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाकर 70 साल बाद देश में एक देश, एक विधान, एक प्रधान और एक निशान को लागू किया। लेकिन कांग्रेस आजादी के बाद से देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा करने वाले फैसला लेती रही है। जब आर्टिकल 370 हटाया गया, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया और राहुल गांधी ने ऐसे बयान दिए, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने यूएन में किया। राहुल गांधी के नक्शेकदम पर चलते हुए कश्मीर के युवा नेता ने विवादित बयान दिया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले जो बाइडेन से आर्टिकल 370 को लागू करवाएंगे।
जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस के एक नेता जहांजेब सिरवाल ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि अमेरिका में बाइडेन और कमला हैरिस की जीत लोकतंत्र की जीत है। इसका असर भारत की राजनीति पर भी पड़ेगा और जम्मू-कश्मीर की राजनीति में इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। पूरी दुनिया में इस्लामोफोबिया का खौफ फैलाया जा रहा है और उसमें कुछ कमी आ सकती है। सिरवाल ने आगे कहा, ‘बाइडेन भारत सरकार पर दबाव बनाएंगे जिसके बाद आर्टिकल 370 और 35ए को हटाने का फैसला वापस लिया जाएगा।’
सोशल मीडिया में लोगों ने जहांजेब सिरवाल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लोगों ने सिरवाल से मांफी मांगने की बात कही है। साथ ही सवाल किया है कि विवादित बयान के लिए क्या कांग्रेस पार्टी इसे बर्खास्त करेगी ? लोगों का कहना है कि सरकार को ऐसे बयानों पर रोक लगानी चाहिए। आर्टिकल 370 की फिर से बहाली पर अब कांग्रेस और पाकिस्तान को सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन पर भरोसा है।
Art 370 &35A : What to say of Britishers, now Congress is striving hard for Divide & Rule. Jahanjeb Sirwal of congress hopes/ lobbying BIDEN to bring Art 370 & 35Aback.
— Dr B L Agarwal ,PhD( Engineering), Pe (@drblagrawal3) November 9, 2020
पहले #NC के जेहादी फारुख अब्दुल्ला ने धारा 370 एवं 35A की बहाली के लिए चीन की मदद मांगी थी !
और अब #कांग्रेस के जेहादी प्रवक्ता जहाँजेब सिरवाल ने जहर उगला है कि हम जो बाइडेन की मदद से जम्मू कश्मीर में धारा 370 एवं 35A की बहाली करेंगें !
क्या ये हरामी केवल देशविरोध ही करेंगें ??
— चौधरी साब (@Pradeep49501260) November 9, 2020
https://twitter.com/Nishapa97901042/status/1325674509085470720?s=20
@RahulGandhi कांग्रेस के शीर्षस्थ नेतावों को J &K के यूथ नेता जहांजेब सिरवाल जैसे छुट भैया नेतावों के धारा 370 के बड़ बोले पन पर रोक लगाना चाहिए। ए भाषा उनकी नही बल्कि पार्टी के जयचंदों की है ।@INCIndia
@RajBabbarMP @AcharyaPramodk— K N. Pandey (@KNPande22611476) November 9, 2020
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है, जब जम्मू-कश्मीर के नेता आर्टिकल -370 को वापस लागू करने की मांग कर रहे हैं। फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं ने आर्टिकल-370 को लागू करने के लिए गुपकार बैठक की। हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि एक समय आएगा जब केंद्र सरकार खुद लोगों से हाथ जोड़कर पूछेगी कि आपको विशेष दर्जा की बहाली के अलावा क्या चाहिए।
मुफ्ती ने हिरासत से बाहर आने के बाद जम्मू में पहली रैली में कहा, ”केंद्र सरकार ने लोगों की आवाज को दबाया और वे उन्हें बात नहीं करने दे रहे हैं। यह प्रेशर कुकर जैसा है। उन्होंने ऐसा माहौल बना दिया है। लेकिन जब प्रेशर कुकर फटता है तो पूरे घर को जला डालता है।”
गौरतलब है कि भारत सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाकर राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। इस फैसले को लागू करने से पहले जम्मू-कश्मीर के सभी प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। इन नेताओं को धीरे-धीरे कुछ महीनों बाद रिहा किया गया। आर्टिकल 370 हटने के बाद नेताओं के साथ-साथ अलगाववादी और उनके समर्थक बिलबिलाये हुए हैं।