रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के मंडी रोड स्थित लाल चौक में राष्ट्रीय एकता एवं संप्रभुता के प्रतिपालक सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की कीर्ति भारत के लौह पुरूष के रूप में है। वे अग्रणी स्वंत्रतता संग्राम सेनानी, किसान नेता थे। देश के एकीकरण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सरदार वल्लभ भाई के विचार व कार्य सिर्फ गुजराती समाज ही नहीं पूरे देश के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणादायक हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्री कच्छ कड़वा पाटीदार समाज की मांग पर चौक में बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की सहमति दी।
इस अवसर पर विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा ने कहा कि सरदार पटेल न सिर्फ आजादी के आंदोलन के मुख्य सूत्रधार रहे, बल्कि एक दूरदर्शी, सेवाभावी व प्रतिबद्धतापूर्ण राजनेता थे, जिन्होंने नव स्वतंत्र भारत में राष्ट्रीय एकता के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि सरदार पटेल की मूर्ति स्थापित होने से समाज गौरवान्वित हुआ है। उन्होंने समाज के लोगों को बधाई दी। पाटीदार समाज के अध्यक्ष मोहन भाई पटेल ने कहा कि लौह पुरूष के रूप में प्रतिष्ठित सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की मूर्ति अनावरण के लिए मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया।
इस अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ योग आयोग ज्ञानेश शर्मा, अध्यक्ष, संस्कृति, पर्यटन एवं मनोरंजन विभाग, नगर पालिका निगम रायपुर आकाश तिवारी, अध्यक्ष एवं पार्षद, जोन क्र.-02, नगर पालिका निगम हरदीप सिंह (बंटी) होरा, पार्षद, राजीव गांधी वार्ड तिलक पटेल, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, पाटीदार समाज के महामंत्री, नरसिंह भाई पटेल, पूर्व अध्यक्ष, पाटीदार समाज मगन भाई पटेल सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
लौह पुरूष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा की स्थापना रायपुर (उत्तर) विधानसभा क्षेत्र के टिम्बर मार्केट प्रक्षेत्र में की गई है। रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा गुजराती समाज एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अनुमोदन उपरांत उक्त प्रतिमा का प्रारूप तैयार कराया गया। लगभग 65 कि.ग्रा. की 14 लाख 50 हज़ार रुपए से बनी यह प्रतिमा तीन फीट ऊंची एवं ढाई फीट चौड़ी है। लौह पुरूष की यह प्रतिमा जी.एफ.आर.पी. (Glass Fiber Reinforced Polymer) से बनी है, जो उत्कृष्ट संक्षारण और थर्मल प्रतिरोधी है। प्रतिमा का निर्माण स्थानीय मूर्तिकार बिजॉय गोपाल घोष द्वारा किया गया है एवं चौक सौंदर्यीकरण नगर निगम द्वारा कराया गया है। प्रतिमा स्थल पर ग्रेनाइट से निर्मित चबूतरे का निर्माण कर लाइटिंग एवं एक्रेलिक बोर्ड से सजावट की गई है।