कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 17वीं विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत में एक दमदार नजारा देखने को मिला। आपको बता दें कि भाजपा के विधायक भगवा रंग में रंगी हुई पोशाक पहनकर विधानसभा पहुंचे। पिछले विधानसभा चुनाव में 3 सीट जीतने वाली भाजपा ने इस बार 75 सीटों पर जीत दर्ज की। इसी के साथ ही उन्होंने मजबूती से विपक्ष का रोल अदा करना शुरू किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा के ज्यादातर विधायकों ने सफेद रंग का कुर्ता, पायजामा, गेरुआ रंग की तौलियां और माथे पर केसरिया रंग का तिलक धारण किया था। जबकि महिला विधायकों ने महज तिलक ही लगाया। दरअसल भाजपा ने अपनी पोशाक के जरिए एक अहम संदेश देने की कोशिश की है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 75 सीटों पर कब्जा किया लेकिन चुनाव बाद मुकुल रॉय ने भाजपा का साथ छोड़कर तृणमूल से हाथ मिला लिया। जिसके बाद भाजपा के पास 74 विधायक ही बचे। हालांकि आशंका यह भी जताई जा रही है कि भाजपा के कुछ और विधायक भी पाला बदल सकते हैं।
सत्र की शुरुआत के पहले दिन विधानसभा में भाजपा के 70 विधायक मौजूद रहे। जिन्होंने एक रंग की पोशाक पहनकर मजबूत विपक्ष का संदेश दिया। इसी संबंध में जब मीडियाकर्मियों ने नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि गेरुआ रंग देश और स्वामी विवेकानंद का प्रतीक है और हमें इसके धारण पर गर्व करना चाहिए। इतना ही नहीं शुभेंदु अधिकारी ने ‘एक तरह के कपड़े पहनने’ को एकता का प्रतीक भी बताया।