गुवाहाटी। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई का 85 साल की उम्र में निधन हो गया है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई की स्वास्थ्य स्थिति सोमवार की सुबह और बिगड़ गई। उनकी देख भाल कर रहे डॉक्टरों ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की हालत ‘‘बेहद, बेहद नाजुक’’ है। बता दें कि बीते कई दिनों से गोगोई का गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। उनकी देखभाल नौ डॉक्टरों की एक टीम कर रही है.
गुवाहाटी के इस अस्पताल के सुप्रीटेंडेंट अभिजीत सरमा ने कहा कि डॉक्टरों की एक टीम गोगोई के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है। वह अभी नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर पर हैं और उनके शरीर में ऑक्सीजन सेचुरेशन स्तर सामान्य है। मानसिक तौर पर वह स्थिर हैं और होश में हैं। तीन बार के मुख्यमंत्री गोगोई को 25 अक्टूबर को कोरोना से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उन्हें इलाज के दौरान प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी।
तरुण गोगोई असम के तीन बार सीएम रह चुके हैं। वे साल 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री रहे। गोगोई के पॉलिटिकल करियर की शुरुआत साल 1968 में शुरू हुआ। दरअसल जोरहाट नगर बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया। उस वक्त गोगोई गिनती इंदिरा गांधी के बेहद करीबी नेताओं में होती थी। इसके बाद साल 1971 में, गोगोई इंदिरा के कार्यकाल के दौरान पहली बार लोक सभा के लिए चुने गए थे। तरुण गोगोई ने टाटाबार विधानसभा से 2001 के असम विधानसभा चुनाव जीते और असम के मुख्यमंत्री बने।
2016 में, कांग्रेस के बीजेपी के खिलाफ हार का सामना करने के बाद उनका कार्यकाल खत्म हो गया। गोगोई ने लोकसभा से सांसद सदस्य (एमपी) के रूप में छह बार कार्यकाल पूरा किया।1971 से 1985 तक, गोगोई ने जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। बाद में उन्हें (1991-2002) कालीबोर से चुना गया।