नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पारंपरिक चिकित्सा के लिए ग्लोबल सेंटर की स्थापना के लिए भारत सरकार के साथ समझौता किया है। गुजरात के जामनगर में यह केंद्र स्थापित होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना को लेकर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह केंद्र धरती को स्वस्थ बनाने और वैश्विक हित में हमारी समृद्ध पारम्परिक विधियों के दोहन बनाने में अपना योगदान करेगा। आयुष मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ ने केंद्र के लिए एक मेजबान देश समझौता किया। आयुष मंत्रालय के ट्वीट का उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत अपने यहां अत्याधुनिक डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना को लेकर खासा सम्मानित महसूस कर रहा है। यह केंद्र एक स्वस्थ ग्रह के निर्माण और वैश्वित हित के लिए हमारी समृद्ध पारंपरिक विधियों के दोहन की दिशा में योगदान करेगा।”
India is honoured to be home to a state-of-the-art @WHO Global Centre for Traditional Medicine. This Centre will contribute towards making a healthier planet and leveraging our rich traditional practices for global good. https://t.co/w59eeIKR5g
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2022
इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ के संदेश पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत की पारम्परिक औषधियां और स्वास्थ्य विधियां विश्व स्तर पर काफी लोकप्रिय हैं। यह डब्ल्यूएचओ केंद्र हमारे समाज में खुशहाली फैलाने की दिशा में एक लंबा सफर तय करेगा।”
Traditional medicines and wellness practices from India are very popular globally. This @WHO Centre will go a long way in enhancing wellness in our society. https://t.co/fnR4ZHS3RD
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2022
समझौते को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया कि डब्ल्यूएचओ और भारत सरकार ने आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से पारंपरिक दवाओं की क्षमता को अधिकतम स्तर तक करने के लिए डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है।
WHO & the Government of #India🇮🇳 today agreed to establish the WHO Global Centre for Traditional Medicine, to maximize the potential of traditional medicines through modern science and technology https://t.co/KlkDdDB3LK pic.twitter.com/Ca5V7GcCAG
— World Health Organization (WHO) (@WHO) March 25, 2022
इससे पहले आयुष मंत्रालय ने ट्वीट किया था कि गुजरात के जामनगर में भारत में पारंपरिक चिकित्सा के लिए डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर की स्थापना को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसका अंतरिम कार्यालय गुजरात में द इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेनिंग एंड रिसर्च इन आयुर्वेद में स्थित है।
Ministry of #Ayush has today signed the Host Country Agreement with World Health Organization for establishing WHO Global Centre for Traditional Medicine in India at Jamnagar, Gujarat, with its interim office at the Institute of Training and Research in Ayurveda in Gujarat. pic.twitter.com/w9WBV4gdgJ
— Ministry of Ayush (@moayush) March 25, 2022
ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रैडिशनल मेडिसिन की स्थापना से संबंधित समझौते पर स्विट्जरलैंड के जिनेवा में भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में 5वें आयुर्वेद दिवस पर 13 नवंबर, 2020 को इसकी घोषणा की थी। इस केंद्र के लिए भारत सरकार ने 250 मिलियन डॉलर की सहायता की है।