नई दिल्ली। मेक इन इंडिया और संकल्प से सिद्धि का जीता जागता परिणाम है आईएनएस विक्रांत जिसे 2 सितंबर को भारतीय नौसेना को सौंपा गया। वहीं उसके ठीक एक दिन बाद ही ब्रिटेन को पीछे छोड़ भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है। इंडियन इकोनॉमी कोरोना के साए से पूरी तरह उबरती दिख रही है। दुनिया में अब केवल 4 इकोनॉमी भारत से आगे है। भारत के यूनाइटेड किंगडम को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद देश के प्रधानमंत्री मोदी ने भी देश की सराहना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये स्थान हासिल करना विशेष है क्योंकि हमने उन लोगों को पीछे छोड़ दिया है जिन्होंने 250 वर्षों तक हम पर शासन किया।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने गुलामी की बेड़ियों से बाहर निकलने के लिए देश की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने तिरंगा (तिरंगा) की भावना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसतकी वजह से भारत आज की दुनिया में नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये भावना आज आवश्यक है। मोदी ने कहा, “हमने हजारों साल की गुलामी की बेड़ियां तोड़ दी हैं और अब हम नहीं रुकेंगे। हम केवल आगे बढ़ेंगे।”
Interacting with National Award winning teachers. We are grateful to them for shaping young minds. https://t.co/kQwMfzGaEF
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2022
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के अनुसार भारत 2021 की अंतिम तिमाही में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी एकमात्र ऐसे देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था भारत से आगे है। ब्रिटेन इस समय भारत से ठीक पीछे छठे स्थान पर है। अप्रैल-जून तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 13.5 प्रतिशत का विस्तार हुआ, जो एक साल में सबसे तेज गति है।