नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। हालात ऐसे रहे तो आने वाले एक-दो दिनों में रोजाना के केसों की संख्या एक लाख के पार पहुंच जाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को एक पत्र लिखा है। जिसमें पर्याप्त स्टाफ, डॉक्टरों, बुनियादी ढांचे, अस्पतालों में बेड आदि का प्रबंधन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी जिलों/सब डिविजन में कंट्रोल सेंटर बनाने को भी कहा गया है।
केंद्र की एडवाइजरी के बाद से लोगों की चिंता बढ़ गई है। साथ ही रोजाना के आंकड़े भी डराने लगे हैं। इस पर एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि सभी लोग मास्क का उपयोग करें। इसके अलावा समय-समय पर हाथ धोएं। इस मुश्किल वक्त में भीड़ से बचना और टीकाकरण करवाना सबसे ज्यादा जरूरी है। डॉ. गुलेरिया के मुताबिक कोई भी इस बीमारी से घबराए नहीं, ये एक हल्की बीमारी है, बस हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने एम्स दिल्ली में उन डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की, जो कोरोना से पॉजिटिव आए हैं। उनका हाल जानने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी लगातार मरीजों की सेवा कर रहे हैं। इसी दौरान कुछ कोरोना की चपेट में आ गए थे। उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए मैं प्रार्थना करता हूं।
गुरुवार सुबह जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 90,928 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 325 लोगों की मौत इस वायरस से हुई। वहीं चिंताजनक बात ये है कि देश में नए केसों की तुलना में रिकवरी का आंकड़ा बहुत कम है, जहां 19206 मरीज ही ठीक हुए। ऐसे में देश में एक्टिव केस की संख्या 2,85,401 है। मंत्रालय के मुताबिक देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 148.67 करोड़ है। वैसे तेजी से बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए कई विशेषज्ञों ने चुनाव के वक्त कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है।