नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सरकार का पूरा फोकस टीकाकरण अभियान को और ज्यादा तेज करने पर है, ताकी बड़ी आबादी को इस महामारी से बचाया जा सके। इसके लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना बनाई है। जिसके तहत प्राइवेट और सरकारी दफ्तरों में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकी 11 अप्रैल से इसे शुरू किया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक जिन संस्थानों में 100 से ज्यादा पात्र और इच्छुक व्यक्ति हैं, वहां पर सरकार टीकाकरण सेंटर बना सकती है, ताकी लोग बिना छुट्टी लिए वैक्सीन लगवा सकें। इसके लिए बकायदा केंद्र की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। अभी इस योजना को शुरू करने की डेटलाइन 11 अप्रैल रखी गई है, लेकिन केंद्र की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
ऐसा नहीं है कि सरकार ने हर उम्र के लिए वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में टीकाकरण अभियान के शुरु होने का मतलब है कि जो लोग 45 साल से ज्यादा की उम्र के हैं, उन्हीं को टीका लगाया जाएगा। इसके तहत कर्मचारियों को अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की टीम एक तय वक्त पर आएगी और वहां पर मौजूद सभी पात्र लोगों को टीका लगाएगी।
वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सुझाव दिया कि 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लेने की अनुमति देनी चाहिए। जिस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अभी जिन लोगों को ज्यादा जोखिम है उन्हें टीका उपलब्ध करवाया जा रहा। ये एक चरणबद्ध प्रक्रिया है, जो पश्चिमी देश भी अपना रहे हैं।