नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 महामारी के 1,088 नए मामले सामने के बाद कोराना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,38,016 हो गई। वहीं,उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 10,870 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 26 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,21,736 पर पहुंच गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वालों की राष्ट्रीय दर 98.76 प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 19 मरीज कोविड महामारी से उबरने में कामयाब रहे हैं।
संक्रमण की दैनिक दर 0.25 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.24 प्रतिशत दर्ज की गयी। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,25,05,410 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत दर्ज की गयी। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 186.07 करोड़ खुराकें दी गयी है। मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस से जिन 26 और मरीजों की मौत हुई है उनमें से 19 लोगों की मौत केरल में हुई। अभी तक कुल 5,21,736 लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं, जिनमें से 1,47,820 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 68,402 की केरल में, 40,057 की कर्नाटक में, 38,025 की तमिलनाडु में, 26,158 की दिल्ली में, 23,499 की उत्तर प्रदेश और 21,200 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे।