न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश में टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तमाम कोशिशें हो रही हैं। उधर कांग्रेस नेता और उनकी राज्य सरकारें इस अभियान को असफल बनाने के लिए बड़ी साजिश को अंजाम दे रहे हैं। इसके लिए कांग्रेस दोहरी रणनीति पर काम कर रही है। एक तरफ राहुल गांधी ट्वीट कर जन-जन तक मुफ़्त टीकाकरण पहुंचाने के लिए अपील कर रहे हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस शासित राज्यों से वैक्सीन की बर्बादी की लगातार खबरें आ रही हैं। राजस्थान में बर्बादी के सबूत छुपाने के लिए वैक्सीन को जमीन में भी गाड़ा जा रहा है।
राजस्थान में सैकड़ों वैक्सीन सिर्फ कचरे के डिब्बों में ही नहीं फेंकी गई, बल्कि उन्हें जमीन में भी गाड़ (बहुत सी वायल 80% तक भरी हुई) दिया गया।
ये देश के खिलाफ षड्यंत्र नहीं तो क्या है?
एक तरफ राहुल गांधी वैक्सीन की बात करते हैं, वहीं कांग्रेस सरकारें उन्हें बर्बाद कर रही हैं। pic.twitter.com/eSh9BOa3WO
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) June 3, 2021
‘दैनिक भास्कर’ ने 10 स्वास्थ्य केंद्रों की पड़ताल के बाद दावा किया है कि 80 प्रतिशत तक भरी हुई वैक्सीन की वायलें जमीन में गाड़ दी जा रही हैं। अख़बार ने कहा कि वो सच दिखा रहा है और वैक्सीन की बर्बादी के सबूत भी देने को तैयार है। अब सवाल उठ रहे हैं कि वैक्सीन की बर्बादी क्यों की जा रही है, तो इसका एक ही मकसद वैक्सीन की कमी का आरोप लगाकर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को बदनाम करना है।
कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी
- झारखंड में 37.3% वैक्सीन बर्बाद
- छत्तीसगढ़ में 30.2% वैक्सीन बर्बाद
- राजस्थान में 25% वैक्सीन बर्बाद
- महाराष्ट्र में 5 लाख डोज बर्बाद
- पंजाब में 1 लाख डोज बर्बाद