नई दिल्ली। कोविशील्ड वैक्सीन की निर्माता कंपनी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) सितंबर तक देश में अपनी दूसरी कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने की योजना बना रही है। नया टीका कोवोवैक्स (COVOVAX) के ब्रांड नाम के तहत लॉन्च किया जाएगा, जिसे सीरम नोवोवैक्स के साथ साझेदारी में बना रहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी को कोवोवैक्स उत्पादन के लिए प्रमुख कच्चे माल की पहली खेप पहले ही मिल चुकी है।
ज्ञात हो कि Covovax के लिए क्लिनिकल ट्रायल इस साल की शुरुआत में मार्च में शुरू हुआ था और इसका COVID19 के अफ्रीकी और यूके वेरिएंट के खिलाफ परीक्षण किया गया है और इसकी कुल प्रभावकारिता 89 प्रतिशत है। इसके सितंबर 2021 तक लॉन्च होने की उम्मीद है। पहले जून में वैक्सीन लॉन्च होने की उम्मीद थी, लेकिन सीरम के सीईओ अदार पूनावाला ने मार्च में कहा था कि महत्वपूर्ण कच्चे माल के निर्यात पर एक अस्थायी अमेरिकी प्रतिबंध नोवावैक्स जैसे कोरोनावायरस टीकों के उत्पादन को सीमित कर सकता है।
अपने चरण 3 के परीक्षण में, नोवावैक्स के COVID-19 वैक्सीन ने 90.4 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है, इसे फाइजर-बायोएनटेक (91.3 प्रतिशत) और मॉडर्ना (90 प्रतिशत) सहित अन्य टीकों के समान लीग में रखा है। इस बीच, यह कोविशील्ड (76 प्रतिशत) और कोवैक्सिन (81 प्रतिशत) की तुलना में थोड़ा अधिक है। रूस का स्पुतनिक वी जो पहले ही भारत आ चुका है, वर्तमान में इसकी प्रभावकारिता दर 91.6 प्रतिशत है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ नोवावैक्स टीके की प्रभावशीलता के आंकड़े आशाजनक और उत्साहवर्धक हैं तथा इसके नैदानिक परीक्षण भारत में पूर्ण होने के उन्नत चरण में हैं। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े यह संकेत भी देते हैं कि टीका सुरक्षित व बेहद प्रभावी है।
उन्होंने कहा, “उपलब्ध आंकड़ों से हम जो देख रहे हैं वह यह कि टीका बेहद सुरक्षित व प्रभावी है लेकिन जो तथ्य आज के लिये इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा।”