न्यूज़ डेस्क। कोरोना वायरस हवा में बना रहता है और ये पूरी तरह से समाप्त नहीं होता है इसलिए हर किसी को मास्क पहनना बहुत ज्यादा जरूरी है, ये दावा किया गया है CSIR-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मोलेक्युलर बायोलॉजी (Ccmb) और सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी (इमटेक) चंडीगढ़ के शोध में। रिसर्च में साफ तौर पर कहा गया है कि बिना मास्क के निकलना खतरे को दावत देना है इसलिए जब भी बाहर निकलें या फिर किसी के बात करें, मास्क जरूर पहनें।
नई स्टडी में बोला गया है कि अस्पताल या कोविड सेंटर में जहां पर कोरोना के मरीजों ने ज्यादा वक्त बिताया है, वहां शोध के दौरान पाया गया है कि वायरस हवा में 2 घंटे से अधिक समय तक बना हुआ है, यही नहीं मरीजों के बैठने के स्थानों से 2 मीटर से अधिक दूरी पर भी हवा में ये वायरस बना हुआ था। वैज्ञानिकों ने हैदराबाद और मोहाली के अस्पतालों के 64 से ज्यादा सैंपल लेने के बाद ये दावा किया है। इसलिए मास्क पहनना और दो गज की दूरी ही कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र कारगार उपाय है।
इसके साथ ही पब्लिक टॉयलेट यूज करते वक्त भी सावधानी बरतनें की जरूरत है। अगर आपको टायलेट यूज करें को मास्क पहनकर ही बाथरूम जाएं और जब कोई टायलेट इस्तेमाल करें तो उसके आधे घंटे बाद ही जाएं क्योंकि फ्लशिंग में भी एरोसोल पाए गए हैं।
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का खतरा अब भी टला नहीं है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोविड-19 संक्रमण के 18,088 नए मामले, 21,314 रिकवरी और 264 मौत दर्ज की गई हैं। देश में अब कुल मामलों की संख्या 1,03,74,932 हो गई है, जिसमें 2,27,546 सक्रिय मामले, 99,97,272 रिकवरी और 1,50,114 मौत शामिल हैं।हालांकि मंगलवार को केंद्रीय स्वस्थ सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि भारत में कोरोना के सक्रिय मामले तेजी से गिर रहे हैं, जिससे स्वस्थ्य प्रणाली पर पड़ने वाला भार भी कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सक्रिय मामलों में से 44 फीसदी मरीज ही अस्पताल में हैं, जिनमें अधिक या स्थिर लक्षण हैं।