नई दिल्ली। सरकार ने शिक्षण सत्र 2020-21 में केन्द्र के कोटे से MBBS पाठ्यक्रम की पांच सीटें कोरोना योद्धाओं के बच्चों के लिए आरक्षित करने का फैसला किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि इस कदम का लक्ष्य उन कोरोना योद्धाओं का सम्मान करना है जिनकी मृत्यु कोविड-19 के कारण या महामारी संबंधी ड्यूटी के दौरान हुई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केन्द्र के कोटे से एमबीबीएस में दाखिले के दिशा-निर्देशों में नयी श्रेणी ‘कोरोना योद्धाओं के बच्चे’ जोड़ा है। राष्ट्रीय परीक्षा अकादमी द्वारा करायी गई नीट-2020 में प्राप्त रैंक के आधार पर भरे गए ऑनलाइन आवेदनों के माध्यम से मेडिकल काउंसिल कमेटी इन छात्रों का चयन करेगी।
डाँ हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘यह उन कोरोना योद्धाओं के बलिदान का सम्मान होगा जिन्होंने निस्वार्थ भाव से अपना कर्तव्य और मानव धर्म निभाया है।’’ रेखांकित करते हुए कि 50 लाख रुपये की बीमा योजना की घोषणा के दौरान ही सरकार द्वारा ‘कोरोना योद्धा’ की परितय कर दी गई थी, मंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना योद्धा में सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों सहित, ऐसे सभी स्वास्थ्यकर्मी आते हैं, जो कोविड-19 मरीजों की सीधे-सीधे देखभाल कर रहे हैं या फिर इसके कारण जिनके जीवन को खतरा है।’’
#CoronaWarriors के योगदान को इतिहास कभी भुला नहीं पाएगा। इनके योगदान को नमन् करते हुए @MoHFW_INDIA ने Central Pool की 5 MBBS seats Corona Warriors के लिए आरक्षित करने का निर्णय किया है।
सरकार का यह क़दम कोरोना योद्धाओं के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शता है।@PMOIndia pic.twitter.com/UOAGNAY9od
— Dr Harsh Vardhan (Modi Ka Pariwar) (@drharshvardhan) November 19, 2020
उन्होंने कहा, इसमें ‘‘राज्य/केन्द्र सरकार के अस्पताल, केन्द्र/राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वायत अस्पताल, एम्स और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान और कोविड-19 नियंत्रण के लिए केन्द्र द्वारा तय अस्पतालों के कर्मचारी, निजी अस्पतालों के कर्मचारी, अवकाश प्राप्त/स्वयंसेवक/स्थानीय शहरी निकाय/संविदाकर्मी/दिहाड़ी मजदूर/अस्थाई कर्मचारी/आउटसोर्स कर्मचारी आदि सभी आएंगे।’’ दाखिले के लिए मानदंड राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश तय करेंगे।