लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा हेतु एक कार्यक्रम में कहा कि गोरखपुर में ऐसे 6 बच्चे हैं जिनके माता-पिता दोनों नहीं हैं, मैंने आज उन बच्चों और उनके कानूनी अभिभावकों से भेंट की। 174 बच्चों ने अपने परिवार के कमाऊ अभिभावक को खोया है, इन सबके लिए केंद्र और राज्य सरकार ने योजना लागू की है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हुई है, उन्हें 18 वर्ष तक 4,000 रुपये हर महीने उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। उनकी पढ़ाई-लिखाई के लिए भी सरकार ने योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण गृह में पहले से 2000 रुपए प्रतिमाह उपलब्ध कराया जाता है। केंद्र की तरफ से भी पहले ही योजना को लागू किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना वायरस 100 वर्षों में सबसे बड़ी लड़ाई है। इसमें जागरुकता अहम है। इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीन लगवाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का संक्रमण वर्तमान में कमजोर जरूर हुआ है लेकिन समाप्त नहीं हुआ है। ऐसे में हमें सतर्क रहना पड़ेगा। सभी लोगों को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए। शारीरिक दूरी बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्ट से न भागें और अपनी बारी आने पर कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाएं। कोरोना के खिलाफ युद्ध में यही अहम हथियार है।
कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चों से संवाद एवं किट वितरण कार्यक्रम में… https://t.co/PlzOLUIK4E
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) June 18, 2021