संत महात्माओं का संदेश और विचार किसी एक समाज के लिए नही बल्कि पूरे मानव समाज के लिए होते हैं : मुख्यमंत्री श्री बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने कहा है कि भारत देश संत महात्माओं का देश है। संत महात्माओं के विचारों और उपदेशों में परोपकार की भावना होती है। संत महात्माओं के संदेश और विचार किसी एक समाज के लिए नहीं होते, यह पूरे मानव समाज के लिए होते हैं। श्री बघेल आज मुंगेली जिले के विकासखण्ड पथरिया के ग्राम मोतिमपुर स्थित अनुरागी धाम में आयोजित अखंड नवधा रामायण के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व श्री बघेल ने यज्ञ स्थल में आहुति और पूजा अर्चना कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगा और अनुरागी धाम समिति द्वारा आयोजित अखण्ड नवधा रामायण के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। तत्पश्चात मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अनुरागी धाम में निर्मित भव्य उद्यान का अवलोकन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल का के.के. श्रीवास्तव और उनके परिवार द्वारा महा माला पहनाकर तथा सुआ नृतक दलों की महिलाओं ने सुआ नृत्य कर भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सुआ नृतक दलों की महिलाओं के साथ फोटो खींचाकर उनका उत्साहवर्धन किया।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि ग्राम मोतिमपुर की धरा में अखंड नवधा रामायण के माध्यम से बाबा अनुरागी जी को याद किया जा रहा है जो खुशी की बात है। उन्होनें कहा कि अनुरागी बाबा की प्रेरणा से विगत वर्ष भी अनुरागी धाम आने का मौका मिला था। इस वर्ष भी आने का मौका मिला हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में राम बसे है यहां के लोग परस्पर भेंट मुलाकात के दौरान राम-राम का उच्चारण करते हैं, उन्होनें कहा कि भगवान राम की माता कौशिल्या का मायका छत्तीसगढ़ है, भगवान राम ने वन गमन का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया है। उन्होनें कहा कि भगवान राम का वन गमन का मार्ग कोरिया से कोंटा तक चिन्हांकित है। उन्होनें कहा कि भगवान राम ने जिस मार्ग पर चले है उस मार्ग को राम वन गमन पथ के नाम से विकसित करने का फैसला छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अनुरागी धाम पहले उबड़-खाबड और वीरान था अब यह पवित्र स्थल बन गया है। आने वाले समय में इस पवित्र स्थल को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां गरीब और जरूरतमंद लोगो को उनके गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए 20 लाख रुपये तक की राशि की स्वीकृति दी जाती है। उन्होनें प्रदेश के किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। धान की खरीदी एक-दो किश्तो में नही बल्कि चार से पांच किश्तो में भी खरीदी की जायेगी। उन्होनें कहा कि किसानों से प्रति क्विंटल 2500 रुपये के मान से धान की खरीदी की जा रही है। वर्तमान में उन्हें प्रति क्विंटल 1815 रुपये की राशि दी जा रही है उन्होनें शेष अंतर की राशि 685 रुपये शीघ्र देने की बात कही। इस अवसर पर श्री बघेल ने विभिन्न रामायण मंडली के सदस्यों को शाल और श्री फल भेंट कर उन्हे सम्मानित किया।

कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने भी संबोधित किया। उन्होनें कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि ऐसे पवित्र स्थल पर उपस्थित होने का मौका मिला है। उन्होने कहा कि अनुरागी बाबा ने जनकल्याण के लिए काम किया है। उन्होने कहा कि राम चरित मानस में गरीबो के उत्थान और कुपोषित को सुपोषित करने की बात का उल्लेख है। उन्होनें अखंड नवधा रामायण के आयोजन के लिए आयोजकों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। राज्यसभा सांसद विवेक तनखा ने संबोधित करते हुए कहा कि अनुरागी धाम में आने-जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जो अनुरागी बाबा के प्रति गहरी आस्था का प्रतीक है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ तीव्र गति से विकास कर रहा है और आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की पहचान विकसित राज्य के रूप में होगा। आयोजन समिति के अध्यक्ष केके श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक शैलेष पाण्डेय, तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रश्मि सिंह, बिलासपुर नगर निगम के महापौर रामशरण यादव, बिलासपुर नगर निगम के सभापति शेखनजरूद्दीन, महंत पुरूषोत्तम सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन अटल श्रीवास्तव ने किया।

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