रायपुर। राजधानी रायुपर में आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव के पहले दिन आज खेल संचालनालय में निबंध प्रतियोगिता में युवाओं ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ग्राम सुराजी ‘नरवा गरवा घुरवा बारी‘ को अपने शब्दों में पिरोया। अपनी लेखनी के माध्यम से युवाओं ने निबंध में ‘नरवा, गरवा, घुरवा, बारी, की उपयोगिता और उसके जनजीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को व्यक्त किया। प्रतियोगिता में 15 से 40 वर्ष आयु वर्ग में बलौदाबाजार जिले की ममता साहू ने प्रथम, बेमेतरा जिले के प्रदीप कुमार पाठक ने द्वितीय और राजनांदगांव जिले के विजय कुमार देवांगन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में प्रथम स्थान पर कोरिया जिले के योगेश गुप्ता,द्वितीय स्थान पर बलौदाबाजार जिले के नरेन्द्र कुमार साहू और तृतीय स्थान पर महासमुंद जिले की सुश्री कृति थवाइत रहीं। निबंध प्रतियोगिता में 15 से 40 वर्ष आयु वर्ग में 21 और 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 7 प्रतिभागी शामिल हुये। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदस्य ललित शर्मा, संजीव तिवारी और राजेश गनौदवाले थे।
निबंध प्रतियोगिता में शामिल होने कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक से आई कक्षा बारहवीं की छात्रा सावित्री उसेंडी ने बताया कि वह पहली बार युवा महोत्सव में शामिल होने रायपुर आई हैं। यहां युवा उत्सव में प्रतिभावान युवाओं को देखकर वह बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए यह बहुत अच्छा प्रयास है। इससे हम ग्रामीण परिवेश में रहने वालों को एक मंच मिल सका है। नरवा गरवा घुरवा बारी योजना की सराहना करते हुए सुश्री सावित्री ने बताया कि उनके गांव में गौठान बन चुका है,लोग अपने खेतों और बाड़ियों में अब वहां निर्मित खाद का उपयोग करते हैं। योजना से समूह की ग्रामीण महिलाओं को भी फायदा हुआ है। हम छात्र-छात्राएं भी गांव के लोगों मेें योजनाओं के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास करते हैं।
तिल्दा ब्लॉक से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से अपनी छात्रा को प्रतियोगिता में लेकर आई डॉली राय ने कहा कि प्रतियोगिता में हर आयु वर्ग के लोगों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है। बहुत से लोग जो अपने घर-संसार और व्यवसाय में व्यस्त हो गए हैं,जिन्हें कहीं मंच उपलब्ध नहीं हो पाता उन्हें भी सरकार ने युवा उत्सव का आयोजन कर एक बड़ा मंच उपलब्ध कराया है। जो युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा और प्रोत्साहन दे रहा है।
कबीरधाम जिले से आए 40 वर्ष से अधिक उम्र वर्ग के प्रतिभागी पंडित प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह 40 वर्ष से ऊपर के वर्ग के लोगों को राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का प्रथम अवसर मिला हैं। उन्होंने कहा कि शासन का यह अनूठा प्रयास कोयले से हीरा तलाशने जैसा है। इससे दबी हुई प्रतिभाएं उभरकर सामने आएंगी। अपनी संस्कृति को अगली पीढ़ी को देने का यह प्रयास सराहनीय है।
निर्णायक मण्डल ने बताया कि प्रतिभागियों को एक घण्टा पहले ही निबंध का विषय बताया गया और विषय पर 750 शब्द सीमा में अपने विचार अभिव्यक्त करने के लिए एक घण्टा का अतिरिक्त समय दिया गया। प्रतियोगिता के परिणाम का आंकलन भाषा शैली, कम शब्दों में प्रभावी लेखनी,अभिव्यक्ति की प्रभावशीलता और प्रतिभागी द्वारा विषय की मूल भावना की प्रस्तुति के आधार पर किया गया।
निबंध प्रतियोगिता में 15 से 40 वर्ष आयु वर्ग में कबीरधाम, धमतरी, बलौदाबाजार, महासमुंद, कोरिया, जांजगीर-चांपा, रायपुर और 40 से अधिक आयु वर्ग में महासमुंद, सरगुजा, बेमेतरा, बिलासपुर, कांकेर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायपुर, कोरिया, मुंगेली, बलौदाबाजार, बालोद, धमतरी, कोण्डागांव, बीजापुर, नारायणपुर, राजनांदगांव, गरियाबंद, बस्तर और सुकमा जिले के प्रतिभागी शामिल हुए।