रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बीजापुर जिले की ग्राम पंचायत मूसालूर के ग्राम नकुनपाल में बनाए गए गौठान का अवलोकन किया। उन्होंने वहां ग्रामीणों और महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बड़ी आत्मीयता से बातचीत की और उन्हें जैविक खेती अपनाने और गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाने की समझाईश दी। उन्होंने ग्रामीणों को रासायनिक उर्वरक की जगह गोबर खाद का खेतों में उपयोग करने की सलाह देते हुए कहा कि इससे अच्छी फसल होगी और कृषि उत्पाद का मूल्य भी अच्छा मिलेगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को कजरीफूल, जवांफूल चावल, तीखूर और अन्य जैविक उत्पाद भेंट किए। मुख्यमंत्री ने गौठान में नारियल और आम के पौधे भी रोपे।
मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि पहले पशुओं का गोबर लोग ट्रालियों में काफी कम दाम पर ले जाते थे, यदि गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाई जाए तो यह खाद 8 से 10 रूपए प्रति किलो के भाव से बिकती है। गौठान में उपस्थित ग्रामीणों और महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस गौठान में लगभग 200 पशु आते हैं। यह गौठान 3 एकड़ में निर्मित किया गया है। महिला समूह ने गोबर से 5-6 क्विंटल खाद भी बनाई है। मुख्यमंत्री ने बीजापुर जिले के 15 गौठानों में पशुधन संवर्धन का काम प्रारंभ होने की जानकारी मिलने पर प्रसन्नता प्रकट की। पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौठानों में अब तक 927 पशुओं का कृृत्रिम गर्भाधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को पैरा नहीं जलाने और गौठानों में पैरा दान करने की सलाह दी। इस अवसर पर राजस्व मंत्री और बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, विधायकद्वय मोहन मरकाम और विक्रम मंडावी भी उपस्थित थे।