रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में 12 से 14 जनवरी तक आयोजित राज्य युवा महोत्सव में युवाओं के जोश, उत्साह और उनकी मांग को देखते हर साल युवा महोत्सव के आयोजन की घोषणा की। यह आयोजन हर वर्ष स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिन के अवसर पर 12 से 14 जनवरी तक होगा। मुख्यमंत्री ने युवा महोत्सव में शामिल सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप पांच-पांच सौ रुपए देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में तीन दिनों तक चले राज्य युवा महोत्सव के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि तीनों दिन आपके कार्यक्रम को देखूं। आपके साथ खेलकर अपने बचपन को याद करूं, लेकिन स्वास्थ्य ने साथ नहीं दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोगों के बीच में भाईचारा है। हम कोई भी गांव, जिले में रहें, हमारा जो संबंध है,जो भाईचारा और एकता है, वह मजबूती के साथ बना रहे। इसी उद्देश्य से इस युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। इसके सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन हुआ और उसमें 1800 कलाकार शामिल हुए थे, लेकिन इस युवा महोत्सव में 7000 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए। श्री बघेल ने कहा कि हमारे नौजवानों के चेहरों पर खुशी दिख रही है। उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। सवाल अवसर का है, उत्साह का है और वह अवसर उपलब्ध कराने का काम छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जितने भी प्रतिभागी आए हैं, उनको इतना बड़ा मंच संभवतः पहली बार मिला है। इसलिए मैं यह कह सकता हूं कि इस आयोजन से कलाकारों और युवाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
समापन समारोह की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जयंती से शानदार युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। तीन दिनों तक 7000 से अधिक युवाओं ने अपने खेल, कला-संस्कृति का प्रदर्शन किया। कहीं से किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली। इसके लिए व्यवस्थाओं से जुड़े सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का युवाओं के लिए एक सपना था, एक आदर्श था, उठो जागो-संघर्ष करो। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी संदेश दिया है कि आप संघर्ष करें और आपके हर संघर्ष में छत्तीसगढ़ सरकार साथ है। श्री महंत ने कहा कि शिक्षा से चरित्र का निर्माण होता है और इस समय अच्छी सरकार का साथ युवाओं को मिल रहा है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के खेलबो, जीतबो और गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करें।
समापन समारोह में कृषि मंत्री रविन्द्र चैबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ को बने बीस साल हो गए है। पहली बार युवाओं को तीन दिनों तक अपनी कला का जौहर दिखाने का अवसर मिला है। ग्रामीण खेल और उसकी संस्कृति को इस सरकार ने पुनर्जीवित किया है। उन्होंने कहा कि देश के कई स्थानों पर युवा आंदोलनरत है। छत्तीसगढ़ शांति का टापू है। तीन दिनों तक भाईचारे के साथ संपन्न हुआ यह कार्यक्रम, देश के लिए मिसाल है।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि इस आयोजन में सभी क्षेत्रों से लोग शामिल हुए। यह आयोजन युवाओं को जोड़ने और उनकी कला के प्रदर्शन का मंच देने में सफल रहा है। उन्होंने नए छत्तीसगढ़ निर्माण में युवाओं को मिलकर अपना योगदान देने का आव्हान किया है।
समापन समारोह में वन एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह भगत, विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, विधायकगण मोहन मरकाम, शिशुपाल सोरी, धनेंद्र साहू, अनीता योगेन्द्र शर्मा, महापौर एजाज ढेबर सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक, मुख्य सचिव आर.पी. मंडल, पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने किया।