रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य के निवासियों को स्थानीय उद्योगों में रोजगार दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। नई औद्योगिक नीति में इस संबंध में और भी कड़े प्रावधान किए जायेंगे ताकि हमारे स्थानीय युवाओं को छत्तीसगढ़ में स्थापित होने वाले उद्योगों में बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकें साथ ही ऐसे नए उद्योगों के लिए कुशल मानव संसाधन राज्य में ही तैयार हों इसके लिए कौशन उन्नयन किया जाएगा। मुख्यमंत्री आज अपनी मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की दूसरी कड़ी में प्रदेशवासियों को संबोधित कर रहे थे। आज प्रदेश के आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम.चैनलों और क्षेत्रीय न्यूज चैनलों में लोकवाणी प्रसारित हुई। प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों के साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में लोगों ने उत्साह से मुख्यमंत्री की लोकवाणी को सुना और उसे सराहा। कोण्डागांव जिले के घोर नक्सल प्रभावित मरदापाल गांव में ग्रामीणों के साथ ही प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों, सामुदायिक भवनों, खेत-खलिहानों, आश्रम-छात्रावासों, कॉलेजों, शहर के चौक-चौराहों, उद्यानों और पण्डालों में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और छात्र-छात्राओं को सामूहिक रूप से लोकवाणी सुनते देखा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के हवा, छत्तीसगढ़ के पानी, छत्तीसगढ़ के कोयला, आयरन ओर, लाईम स्टोन सहित सभी संसाधन हमारे है, परंतु इसका लाभ हमारे युवा साथियों को नही मिला इसके लिए हम सभी जिम्मेवार है। स्थानीय लोगों को स्थानीय संसाधनों का फायदा मिले इसके लिए पं. जवाहरलाल नेहरू, पं. रविशंकर शुक्ल, जैसे हमारे नेताओं ने भिलाई स्टील प्लांट बनाया था तो उसका लाभ बहुत बड़े क्षेत्र को मिला। शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य, रोजगार हर क्षेत्र में भिलाई आगे बढ़ा। ऐसा ही हम प्रदेश के हर अंचल में करना चाहते है। इसलिए हमने एन.एम.डी.सी. को कहा है कि नगरनार इस्पात संयंत्र में कर्मचारियों की भर्ती परीक्षा दंतेवाड़ा में हो। बस्तर, सरगुजा, बिलासपुर संभाग में जिला काडर बनाकर भर्ती की जाएगी। यहां कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है। वनोपज और कृषि उपज के मूल्य संवर्धन राज्य में ही हो इसके लिए आधा दर्जन से अधिक फूड पार्क स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में उद्योग और व्यापार को सरल बनाने के लिए अनेक निर्णय लिए गए है ताकि बड़े पैैमाने में स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकें।
’बिहारी जायसवाल के संदेश को सुन भावुक हुए श्रोता’
लोकवाणी में बिलासपुर के बंधवापारा निवासी बिहारी जायसवाल के संदेश को सुन श्रोता भावुक हो उठे। श्री जायसवाल अपने संदेश में कहा कि मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बधाई देना चाहता हूं, उनके माध्यम से मेरी बेटी की पढ़ाई आगे संभव हो पाई है। श्री जायसवाल ने बताया कि उनकी छोटी सी किराना दुकान है और उनकी आमदनी बहुत कम है जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा पाना संभव नही था। उनकी बेटी डीएवी स्कूल में शिक्षा के अधिकार के तहत 8वीं की पढ़ाई कर ली थी, आगे निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान नही होने से पूरा परिवार हताश हो गया था, लेकिन भूपेश सरकार द्वारा शिक्षा के अधिकार में विस्तार कर 12 तक निःशुल्क शिक्षा का प्रावधान किया गया जिससे अब मेरी बेटी आगे की पढ़ाई कर सकेगी इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी को बहुत बहुत धन्यवाद देता हॅू।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्री जायसवाल के संदेश पर उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी है कि हमारी एक पहल से सिर्फ आपकी बेटी को ही नही, बल्कि प्रदेश में 4 हजार बच्चे इससे लाभान्वित हुए है। राज्य सरकार सभी बच्चों और विशेषकर बालिका शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। आपको यह जानकर अच्छा लगेगा कि छत्तीसगढ़ ऐसी पहल करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने शिक्षा का अधिकार कानून को विस्तार दिया है। जनता को यह अधिकार केन्द्र की हमारी यूपीए सरकार ने दिया था जिसे आगे बढ़ाने का काम छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार ने किया है। इस साल 9वीं में 4 हजार बच्चों को प्रवेश मिला है और उनके आगामी कक्षा में जाने के साथ यह सिलसिला भी आगे बढ़ता जाएगा।
’14 से 60 आयु वर्ष के लोग बनेंगे डिजिटल साक्षर’
मुख्यमंत्री ने आज विश्व साक्षरता दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी लोग साक्षर हो, आज हम यह संकल्प लेते है। उन्होंने कहा कि राज्य की 25 फीसदी आबादी अभी भी निरक्षर है। इन्हें साक्षर बनाना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मुझे आज यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें 14 से 60 आयु वर्ष तक के लोगों को डिजिटल साक्षर बनाया जाएगा। यदि हम लोगों को डिजिटल साक्षर बना देंगे तो उनके व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास, वित्तीय कानूनी आदि जानकारियों से नागरिकों का सशक्तीकरण होगा।
’आज की लोकवाणी में सबसे ज्यादा प्रश्न शिक्षाकर्मियों के संविलियन से’
आज प्रसारित लोकवाणी में मुख्यमंत्री से सबसे ज्यादा प्रश्न प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के संविलियन से रहे। जिनका जबाव देते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शिक्षा को बेहतर बनाने के संबंध में बड़े निर्णय लिए जा रहे है। 18 सालों में पहली बार शिक्षाकर्मियों को ट्रांसफर की सुविधा दी गई। प्रदेश में एक लाख 45 हजार शिक्षाकर्मी है, जिसमें से एक लाख 25 हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर लिया गया है। शेष शिक्षाकर्मियों का संविलियन भी नियमानुसार समयावधि पूरा होने पर हो जाएगा। वेतन विसंगति सहित अन्य छोटी-मोटी समस्याओं को हल कर लिया जाएगा इसके लिए कोई चिन्ता करने की जरूरत नही है। जहां तक 15 हजार शिक्षकों की भर्ती का मामला है, तो मैं आपको बताना चाहता हूं, इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है। व्यापम द्वारा परीक्षा ली जा चुकी है। परिणाम आते ही यह कार्य आगे बढ़ाया जाएगा। मैं आप सब से आग्रह करता हूँ कि अब अपना सौ प्रतिशत योगदान देकर बच्चों का भविष्य बनाने में जुट जाएं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पहली बार ‘डिजि दुनिया‘ के नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसमें प्रदेश की 4 हजार 330 हाई स्कूलों तथा हायर सेकेण्डरी स्कूलों में ई-क्लास रूम तथा ई-लैब स्थापित किए जा रहे है। इस तरह स्कूल स्तर से ही नए जमाने की आई.टी. आधारित पढ़ाई कराने की शुरूआत कर रहे है। दीक्षा नाम से मोबाइल एप्प के माध्यम से सारी पाठ्यपुस्तकें ‘ई-सामग्री के रूप में उपलब्ध करायी जाएंगी। इतना ही नही राज्य की 6 बोलियों और भाषाओं में बिना इंटरनेट के मोबाइल फोन पर पढ़ने की सुविधा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोकवाणी में अतिथि शिक्षकों, शिक्षा मितान, शिक्षा मित्र जैसी योजनाओं के बारे में भी पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बताया कि हमारी सरकार ने आते ही, एक ओर तो नियमित भर्ती की प्रक्रिया शुरू की, वहीं दूसरी ओर प्लेसमेंट एजेंसियों की दुकानदारी बंद की। उन्होंने कहा कि हमने कॉलेजों में लगभग डेढ़ हजार प्राध्यापकों की कमी पूरा करने के लिए प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन माननीय हाईकोर्ट से स्टे हो जाने के कारण कार्यवाही रूक गई है। माननीय हाईकोर्ट में शासन का पक्ष रखने प्राथमिकता से कार्यवाही की जा रही हैं। इसके साथ ही गं्रथपाल, क्रीड़ा अधिकारी आदि पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। प्रदेश में दो दर्जन नए कॉलेज खोलने की तैयारी चल रही है। इसमें 7 मॉडल कॉलेज नक्सल प्रभावित तथा अत्यंत पिछड़े क्षेत्रों में खोले जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम युवाओं के भरोसे प्रदेश के आर्थिक-सामाजिक मोर्चो पर विकास के बड़े अभियान छेड़ेंगे और बड़ी जीत हासिल करेंगे। उन्होंने अंत में गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के लिए युवा शक्ति का आह्वान करते हुए युवा कवियों द्वारा लिखी चंदे लाइनें बोली-
नही आग है इन हाथों में,
तुम खुद ही चिंगारी हो।
सबका भाग्य जगाने को,
संघर्ष तुम्हारा जारी हो।
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जो छाई है इस अम्बर में,
सूरज की वो लाली तुम।
सबके चहरों पर जो बनकर
चमके वो खुशहाली तुम