न्यूज़ डेस्क(Bns)। भारत में जब G-20 सम्मेलन का आयोजन हो रहा था, जब दुनियाभर के नेता भारत आ रहे थे उसी समय कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी पश्चिम देशों के दौरे पर निकल गए। राहुल गांधी का पश्चिमी देशों से खास नाता है। इसलिए नहीं कि उनका ननिहाल भी वहीं है बल्कि इसलिए कि वहां उन्हें खास सम्मान मिलता है, प्रेस कल्ब में संवादाता सम्मेलन से लेकर यूनिवर्सिटी तक में व्याख्यान देने को मिलता है। पश्चिमी देशों का भी भारत से खास नाता रहा है और 2014 के बाद से वे इस रिश्ते को मजबूत करना चाहते हैं।
INDIA, Bharat Jodo Yatra, Geo-politics, Cronyism and other national & global issues – An engaging conversation with the students and faculty at Sciences PO University, Paris, France.
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 10, 2023
लेकिन इस रिश्ते की नींव तभी मजबूत होती है जब उन्हें कोई भारत विरोधी तत्व मिलता है। पहले वे सांप-सपेरों का देश समझकर भारत पर हंसते थे और मजाक उड़ाते थे। लेकिन अब 2014 के बाद से रिश्ते में गंभीरता आ गई है, मनोरंजन गायब हो गया है। अब उन्हें राहुल गांधी जैसे नेता की तलाश रहती है जो भारत विरोधी बातें कर सके, भारत को नीचा दिखा सके और उनकी मीडिया उसे प्रमुखता से प्रकाशित कर सके। इसके लिए वे अपने विश्वविद्यालय के द्वार भी खोल देते हैं और राहुल गांधी खुशी-खुशी भारत विरोधी व्याख्यान देते हैं। विश्वविद्यालय भले ही विज्ञान (साइंस) की हो लेकिन बात मानविकी (ह्यूमैनिटीज) की ही होती है।
राहुल गांधी को पेरिस में याद आए गीता, उपनिषद, हिंदू ग्रंथ!
पश्चिमी देशों के दौरे पर राहुल गांधी बेल्जियम से फ्रांस पहुंच गए। फ्रांस के पेरिस में साइंस पीओ यूनिवर्सिटी (Sciences PO University, Paris) में स्टूडेंट्स और शिक्षाविदों के साथ उनसे बातचीत का प्रोग्राम रखा गया। यहां बातचीत के दौरान एक सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने गीता पढ़ी है, कई उपनिषद पढ़े हैं, मैंने कई हिंदू धर्म से जुड़े ग्रंथ पढ़े हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) जो करती है उसमें कुछ भी हिंदूवादी नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैंने हिंदू धर्म से जुड़ी किसी किताब में नहीं पढ़ा और न ही किसी जानकार हिंदू शख्स से यह सुना कि आपको अपने से कमजोर लोगों को परेशान करना चाहिए, उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहिए, तो ये विचार, ये शब्द, हिंदू राष्ट्रवाद, ये गलत शब्द है।
ये कैसा I.N.D.I अलायंस है, राहुल गांधी ने हिंदू ग्रंथ पढ़ा, स्टालिन सनातन को खत्म करना चाहते
ये कैसा I.N.D.I अलायंस है जहां एक दल के नेता राहुल गांधी कहते हैं कि उन्होंने गीता और उपनिषद पढ़ा है वहीं दूसरे दल का नेता उदयनिधि स्टालिन सनातन को खत्म करना चाहते हैं। उदयनिधि ने कहा- ”मच्छर, डेंगू, फीवर, मलेरिया और कोरोना, ये कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका केवल विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म करना जरूरी होता है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। इसे खत्म करना हमारा पहला काम होना चाहिए।” तो एक तरफ राहुल गांधी कहते हैं उन्होंने हिंदू ग्रंथ पढ़ा दूसरी तरफ उनके एलायंस के दूसरे दल सनातन को खत्म करने की बात करते हैं। अब राहुल गांधी ने गीता और उपनिषद पढ़ने की बात किस मजबूरी के तहत ये तो वही जानते हैं लेकिन एक बात साफ है वे अगले चुनाव में हिंदुओं को नाराज नहीं करना चाहते। क्योंकि I.N.D.I अलायंस के कई दलों के नेताओं ने हिंदू धर्म पर नफरत भरे बयान दिए हैं। और उन्हें इस बात का अहसास है कि इससे हिंदू नाराज हो गए।
राहुल गांधी ने की चीन की बेल्ट एंड रोड की प्रशंसा
राहुल गांधी ने यूरोप दौरे पर एक बार चीन प्रशंसा की। जैसा कि वह लगभग हर विदेश दौरे पर करते हैं। यहां उन्होंने चीन के बेल्ट एंड रोड (BRI) इनिशिएटिव की तारीफ की। जबकि चीन के BRI की हकीकत कुछ और ही है। BRI के कारण चीन भारी कर्ज में डूबा हुआ है। बीआरआई में शामिल देश या तो दिवालिया हो गए हैं या वे चीन से ऋण पुनर्निर्माण के लिए कह रहे हैं क्योंकि वे चीन को भुगतान करने में असमर्थ हैं।
राहुल गांधी ने भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाया
राहुल गांधी ने ब्रुसेल्स प्रेस क्लब, बेल्जियम में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित करते हुए भारत में लोकतंत्र का मुद्दा भी उठाया। जैसा कि वह हर विदेश दौरे में करते हैं। और जैसा कि जार्ज सोरोस भी कह चुके हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। राहुल ने कहा, “संस्थाओं और लोकतंत्र के संबंध में (भारत में) जिस तरह की कार्रवाइयां की जा रही हैं, वे गंभीर मुद्दे हैं।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 8, 2023