नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से डाले गए वोटों का वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों से पूरा सत्यापन कराने की मांग वाली सभी याचिकाएं शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दीं। जिसके बाद पीएम मोदी ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह कांग्रेस नीत गठबंधन ‘इंडी’ के लिए करारा तमाचा है। पीएम मोदी ने अररिया में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘राजद-कांग्रेस और इंडी गठबंधन को न देश के संविधान और न ही लोकतंत्र की परवाह है। ये वे लोग हैं जिन्होंने 10 साल तक मतपत्रों के बहाने गरीबों का अधिकार छीना।’
उन्होंने आगे कहा, ‘बिहार के लोग साक्षी हैं कैसे राजद-कांग्रेस के शासन में चुनाव में बूथ और मतपत्र लूट लिए जाते थे। इतना ही नहीं गरीबों को वोट डालने के लिए घर से बाहर भी निकलने नहीं दिया जाता था।’ उन्होंने कहा, ‘देश के गरीबों और ईमानदार मतदाताओं को जब ईवीएम की ताकत मिली तो यह उन लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा था जो चुनाव के दिन वोट लूटने का खेल खेलते थे।’
प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर अपना प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘उसके हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है, लेकिन देश के लोकतंत्र और बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान की ताकत देखिए, आज उच्चतम न्यायालय ने करीब दो घंटे पहले ही मत पेटियों को लूटने वालों और इसका इरादा रखने वालों को कैसा झटका दिया है।’
#WATCH कर्नाटक: दावणगेरे में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये पहले जब भी हार जाते थे तो EVM को टोपी पहना देते थे…वो दिन-रात चुनाव आते ही EVM की माला जपते रहते थे ,अब परसों सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा चांटा मारा है कि वे असमंजस में हैं कि अपनी… pic.twitter.com/DvBQgSjXra
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 28, 2024
पीएम ने कहा, ‘उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए हैं। आज उच्चतम न्यायालय ने साफ-साफ कह दिया है यह मतपत्र वाला पुराना दौर वापस लौट नहीं आएगा।’ उन्होंने कहा, ‘आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र, चुनाव प्रक्रिया और यहां चुनाव में तकनीक के उपयोग की तारीफ कर रही है, तब ये लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए ईवीएम को बदनाम करने में लगे थे।’
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है, लेकिन आज इन्हीं लोगों को देश की सर्वोच्च अदालत ने करार तमाचा मारा है।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस और राजद ने मिलकर बिहार के करोड़ों लोगों को दाने-दाने का मोहताज बना दिया. किसी के पास खेत-खलियान है तो नौकरी के बदले उसकी जमीन छीन लो, किसी के पास नौकरी है तो तनख्वाह छीन लो, किसी के पास गाड़ी है तो गाड़ी छीन लो…यही जंगलराज के दिनों का हाल था।’
यह दावा करते हुए कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए अपनी मंजूरी दी थी, प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके पारिस्थितिकी तंत्र ने उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है।
मोदी ने अमेरिका में विरासत कर संबंधी कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया, ‘कांग्रेस के लोग नहीं चाहते कि आप अपने बच्चों को विरासत में संपत्ति दें। ’ उन्होंने नारा दिया कि ‘कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।’