पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के पास वोट देते समय खाने का पूरा मीनू (Menu) उपलब्ध रहने वाला है। जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं। मतदाता केंद्र में पूरा मीनू रहेगा लेकिन यह मीनू चुनाव चिन्ह के तौर पर उपलब्ध रहने वाला है। चप्पल, जूते और बेबी वॉकर से लेकर मटर, अंगूर, शिमला मिर्च, बेलन, कढाई तक। शायद ही ऐसी कोई चीज होगी जो रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल की जाती हो और वह चुनाव चिन्ह के तौर पर आवंटित न हुआ हो।
रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग के लिए अक्सर नए प्रतीकों के साथ आना एक थकाऊ अनुभव रहता है क्योंकि कुछ प्रमुख पार्टियों को छोड़ दिया जाए, जिनके चुनाव चिन्ह राष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते हैं तो उनके अलावा छोटे दलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
‘कढ़ाई’ में बनेगा सूजी का हलवा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने जेडीयू के साथ हाथ मिलाया है और 7 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। ऐसे में उन्हें चुनाव चिन्ह के रूप में ‘कढ़ाई’ का सिम्बल मिला है। पार्टी प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि उनके पास पार्टी चुनाव चिन्ह के रूप में ‘टेलीफोन’ था लेकिन मतदाता कैल्क्यूलेटर और ट्रांजिस्टर के साथ भ्रमित हो जाते थे। हालांकि, ‘कढ़ाई’ के साथ कोई भ्रमित नहीं होगा। लोग उसे आसानी से पहचान सकते हैं क्योंकि कढ़ाई का इस्तेमाल हर घर में होता है।
शिवसेना को मिला ‘बिस्किट’
बिहार विधानसभा में अपनी किस्मत आजमा रही शिवसेना को चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है। ज्ञात हो कि आयोग ने शिवसेना को ‘बिस्किट’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। हालांकि, शिवसेना ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि उसे ट्रैकटर पर बैठा किसान, बल्ला या गैस सिलेंडर दिया जाए। लेकिन चुनाव आयोग ने शिवसेना के अनुरोध को नजर अंदाज कर दिया। पार्टी यहां की 50 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारेगी।
2015 के विधानसभा चुनाव में ‘हॉकी स्टिक’ के साथ मैदान में उतरे पप्पू यादव को इस बार चुनाव आयोग ने नया चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का चुनाव चिन्ह ‘कैंची’ होगा। हाल ही में पप्पू यादव ने कहा था कि 2015 से चला रहा हॉकी स्टिक चुनाव चिन्ह अब समाप्त हो गया है। अब पार्टी का नया चुनाव चिन्ह ‘कैंची’ है और इस बार पार्टी सभी 243 विधानसभा सीटों पर कैंची चुनाव चिन्ह के साथ अपने उम्मीदवार उतारेगी।
इसके अतिरिक्त यदि हम नई पार्टियों का बात करें तो जनहित दल को ‘बल्लेबाज’, राष्ट्रीय जन जन पार्टी को ‘बैट’, भारतीय आम अवाम पार्टी (बाप) को ‘शिमला मिर्च’, राष्ट्रीय सब जनशक्ति पार्टी को ‘अंगूर’, एनजेसी को ‘केक’, बीडीपी को ‘जूते’, आम जनता पार्टी राष्ट्रीय को ‘चप्पल’, लोक जन स्वराज पार्टी को ‘कैरेम बोर्ड’, जन दल राष्ट्रीयवादी को ‘डोली’, भारतीय जन विकास पार्टी को ‘बेबी वॉकर’ चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ है।