धर्म डेक्स। हरितालिका तीज व्रत हिंदू धर्म में मनाये जाने वाला एक प्रमुख व्रत है। भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरितालिका तीज मनाई जाती है। दरअसल भाद्रपद की शुक्ल तृतीया को हस्त नक्षत्र में भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का विशेष महत्व है। हरितालिका तीज व्रत कुमारी और सौभाग्यवती स्त्रियां करती हैं। विधवा महिलाएं भी इस व्रत को कर सकती हैं। हरितालिका तीज व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के…
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क्या आपने कभी सोचा है हमेशा आदमी ही क्यों फोड़ता है नारियल औरत क्यों नहीं फोड़ती? जानें क्या है कारण
धर्म डेक्स। नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है की जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया तो वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लाए इसलिए नारियल के वृक्ष को श्रीफल भी कहा जाता है। श्री का अर्थ है लक्ष्मी अर्थात नारियल लक्ष्मी व विष्णु का फल। नारियल में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना गया है। श्रीफल भगवान शिव का परम प्रिय फल है। मान्यता अनुसार नारियल में बनी तीन आंखों को त्रिनेत्र के…
#krishnajanmashtami 2020: जन्माष्टमी पर ऐसे करें श्रीकृष्ण कन्हैया की अराधना, पूरी होगी हर मनोकामना …….
धर्म डेस्क। आज देशभर में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। कई जगहों पर कृष्णाष्टमी का पर्व आज मनाया जा रहा है तो वहीं मथुरा, वृंदावन, द्वारका समेत कई जगहों पर कल यानी 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी धूम धाम से मनाई जाती है। देश के अलग-अलग हिस्सों में भगवान कृष्ण की झांकियां सजाई जाती है, लेकिन कोरोना संकट का असर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भी देखने को मिल रहा है। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक…
इन छह : पौधों को घर में जरूर लगाएं, कभी नहीं होगी पैसों की तंगी, होगा सकारात्मक ऊर्जा का संचार
न्यूज़ डेक्स। भारत में वैसे तो पेड़-पौधे लगाने का धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है जिस वजह से हमारा वातावरण शुद्ध रहता है। जबकि धार्मिक दृष्टिकोण की ओर से देखा जाए तो कहा जाता है पेड़-पौधे घर की नकारात्मक ऊर्जा को देर करके घर में सुख-समृद्धि लेकर आते हैं। इसलिए आप भी अपने घर में इन 6 पौधों को जरूर लगाएं। इनको लगाने से आपके घर में कभी धन संबंधी परेशानी कभी नहीं होगी। 1.तुलसी का…
#ShriKrishna_Janmashtami 2020 : भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी थी रुक्मिनी, लेकिन पूजी जाती हैं राधा की, जानें क्यों ?
धर्म डेस्क। कृष्ण जन्माष्टमी नाम से ही स्पष्ट है कि भगवान कृष्ण जी का जन्म दिवस है लेकिन पूर्ण परमात्मा तो मां के गर्भ में से जन्म नहीं लेते। इन दिनों कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर है। इस मौके पर मथुरा-वृंदावन से लेकर भारत समेत दुनियाभर के तमाम मंदिरों में तैयारी जोरों पर है। मान्यता के अनुसार कृष्ण-कन्हैया का जन्म भद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (आठवें दिन) को मनाई जाती है। भगवान श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है। मान्यता के मुताबिक इस…
छत्तीसगढ़ का लोकपर्व : हलषष्ठी (कमरछठ), संतान की दीर्घायु के लिए हलषष्ठी की व्रतकथा और पूजा विधि, यंहा पढ़े…
धर्म डेक्स(बीएनएस)। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी को यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण के ज्येष्ठ भ्राता श्री बलरामजी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन श्री बलरामजी का जन्म हुआ था। यह व्रत संतान की लम्बी आयु के लिए माताओं द्वारा रखा जाता है। इस तरह करें हलषष्ठी की पूजा : इस दिन सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। नित्यकर्मों से निवृत्त होकर स्नान कर साफ कपड़े पहनें। जहां पूजा करनी है उस जगह को अच्छे से साफ करें। पूजन स्थल पर गंगाजल छिड़कें। पूजन स्थल पर…
छत्तीसगढ़ का लोकपर्व-हलषष्ठी (कमरछठ), संतान के लिए है ये व्रत, नहीं खाते हल लगा अनाज, माताएं-बहने हर्षोउल्लास से मानती है यह पर्व
धर्म डेस्क(बीएनएस)। यह पर्व माताओं का संतान के लिए किया जाने वाला, छत्तीसगढ़ राज्य की अनूठी संस्कृति का एक ऐसा पर्व है जिसे हर वर्ग हर जाति मे बहूत ही सद्भाव से मनाया जाताहै। हलषष्ठी को हलछठ, कमरछठ या खमरछठ भी कहा जाता है । यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। संतान प्राप्ति व उनके दीर्घायू सुखमय जीवन की कामना रखकर माताएँ इस व्रत को रखती है। इस दिन माताएँ सूबह से ही महुआ पेड़ की डाली का दातून कर, स्नान कर…
आखिर पूजा के बाद क्यों छिड़का जाता है शंख से पानी, क्या है फायदे
धर्म डेक्स। हिंदू धर्म में मंदिरों में सुबह और शाम के समय आरती में शंख बजाने का विधान है। शंखनाद के बिना पूजा-पाठ अधूरी मानी जाती है। साथ ही सभी धर्मों में शंखनाद को बड़ा ही पवित्र माना गया है। अथर्ववेद के चौथे कांड के दसवें सूक्त में कहा गया है कि शंख अंतरिक्ष वायु, ज्योतिर्मंडल और सुवर्ण से युक्त है। परंतु क्या आप जानते हैं कि कोई भी धार्मिक कार्य शुरू करने से पहले शंख क्यों बजाया जाता है? क्यों बजाया जाता है शंख: शास्त्रों में कहा गया है…
जानें भाई-बहन का पवित्र पर्व रक्षाबंधन से जुड़े ये 6 रोचक जानकारी, नहीं जानते होंगे आप
धर्म डेक्स। रक्षाबंधन एक पवित्र प्रेम का त्यौंहार है यानि भाई-बहन का प्यार। भारतीय संस्कृति के प्रमुख त्यौहारों में रक्षाबंधन का नाम भी शामिल है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, हालांकि हर जगह ऐसा नहीं होता है। सामान्य तौर पर राखी केवल बहनें भाई को ही बांधती है, हालांकि कई बार देखा गया है कि ब्राह्मणों, गुरुओं और नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति, घर-परिवार के सदस्यों को भी रक्षा सूत्र बांधा जाता है। कई स्थानों पर न केवल भाई, गुरु, ब्राह्मण आदि को राखी बांधी…
सावन सोमवार विशेष : इस कथा को पढ़े बिना अधूरा है सावन सोमवार महादेव का व्रत पूजन, मैन तो पढ़ा क्या आपने पढ़ा?
धर्म डेक्स। किसी नगर में एक साहूकार रहता था। जिसके घर में धन की कमी नहीं थी लेकिन उसे संतान सुख प्राप्त नहीं हुआ था। जिस कारण वह बहुत परेशान रहता था। पुत्र प्राप्ति की इच्छा से वह हर सोमवार व्रत भी रखता था और पूरी श्रद्धा के साथ शिव मंदिर जाकर भगवान शिव और पार्वती जी की अराधना करता था। उसकी भक्ति भाव से मां पार्वती प्रसन्न हो गईं और भगवान शिव से उस साहूकार की मनोरथ पूर्ण करने का आग्रह करने लगीं। पार्वती जी की इच्छा सुनकर भगवान…