लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कैंपेन को भी तगड़ा झटका लगा है। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कैंपेन की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या बीजेपी में शामिल हो गई हैं। प्रियंका मौर्या के बीजेपी में जाने से प्रियंका वाड्रा का अभियान ही लड़खड़ा गया है।
प्रियंका मौर्या कांग्रेस की महिला विंग की प्रदेश उपाअध्यक्ष भी थीं। प्रियंका कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर काफी नाराज थीं। उन्होंने कांग्रेस पर टिकट लेकर पैसे देने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि टिकट उन्हें देने की बजाय पैसे लेकर एक महीने पहले पार्टी में शामिल हुए व्यक्ति को दे दिया गया।
प्रियंका मौर्या ने कहा था कि घूस की रकम किसी और ने नहीं बल्कि प्रियंका वाड्रा के सचिव संदीप सिंह ने मांगी थी। कांग्रेस को महिला विरोधी बताते हुए उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘#लड़की_हूँ_लड़_सकती_हूँ पर टिकट नहीं पा सकी क्युकी ओबीसी थी और घुस नही दे सकी। प्रियंका गांधी वाड्रा जी के संदीप सिंह को। कल सबूत के साथ वीडियो है चैनल पर दिखेगा।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘पार्टी में जो धांधली चल रही किसी की हिम्मत नही बोलने की।’
#लड़की_हूँ_लड़_सकती_हूँ पर टिकट नहीं पा सकी क्युकी ओबीसी थी और घुस नही दे सकी। @priyankagandhi जी के संदीप सिंह को। कल सबूत के साथ वीडियो है चैनल पर दिखेगा pic.twitter.com/MqaC8XU2nP
— Dr. Priyanka Maurya (मोदी का परिवार) (@dpriyankamaurya) January 13, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने विधानसभा चुनाव से पहले ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैंपेन को जारी किया था। इस पोस्टर में सबसे आगे कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता प्रियंका मौर्या दिखाई देती हैं। इस पोस्टर के जारी होने के बाद से प्रियंका मौर्या पोस्टर गर्ल के नाम से मशहूर हो चुकी हैं।
प्रियंका मौर्या सिर्फ ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैंपेन में ही अहम चेहरा नहीं, बल्कि कांग्रेस के महिला घोषणापत्र का भी चेहरा रही हैं। ऐसे में प्रियंका मौर्या के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के साथ जाने पर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महिला सशक्तिकरण अभियान और मजबूत हुआ है।
कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी को भी झटका लगा है। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने के एक दिन बाद ही 20 जनवरी को उनके साढ़ू और अखिलेश सिंह के मौसा प्रमोद गुप्ता ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। प्रमोद गुप्ता औरैया के बिधूना विधानसभा सीट से पूर्व विधायक भी हैं। अखिलेश यादव पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश ने नेताजी को बंधक बनाकर रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी में अब गुंडों का बोलबाला है।