जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए। इस ऑपरेशन में दो जवान भी शहीद हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में रविवार सुबह उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई जब सुरक्षाबलों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए.’ उन्होंने बताया, ‘इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए, जबकि दो अन्य घायल हो गए। इलाके में तलाशी अभियान जारी है। क्षेत्र में अब भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।’
सुरक्षा अभियान 2026 तक “नक्सलवाद को समाप्त करने” की केंद्र सरकार की प्रतिज्ञा के अनुरूप हैं, जिसे गृह मंत्री अमित शाह ने 6 जनवरी को दोहराया था।जब छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादियों द्वारा आईईडी का उपयोग करके एक वाहन को उड़ा दिए जाने से आठ जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों और एक चालक की जान चली गई थी।
यह विस्फोट बीजापुर जिले के बेदरे-कुटरू रोड पर हुआ था। आईजी ने बताया कि दंतेवाड़ा के डीआरजी जवान संयुक्त अभियान के बाद स्कॉर्पियो में सवार होकर लौट रहे थे। आईजी बस्तर ने बताया कि यह संयुक्त अभियान दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर का था।
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस की इकाई डीआरजी पर माओवादियों का हमला पिछले दो सालों में सुरक्षाकर्मियों पर माओवादियों द्वारा किया गया सबसे बड़ा हमला था। इससे पहले 26 अप्रैल, 2023 को पड़ोसी दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले में शामिल वाहन को माओवादियों द्वारा उड़ा दिए जाने के बाद दस पुलिस कर्मियों और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी।