नई दिल्ली। साल 2025 की शुरुआत भारत में जबरदस्त उत्साह और धूमधाम के साथ हुई. कश्मीर की बर्फीली वादियों से लेकर कन्याकुमारी के समुद्री तटों तक, हर कोने में जश्न का माहौल देखने को मिला। लोग नए साल के स्वागत के लिए बड़ी तैयारी के साथ जुटे रहे. हर जगह खुशी का माहौल, आतिशबाज़ियों का नजारा और झूमते-गाते लोग नए साल के स्वागत में पूरी तरह डूबे नजर आए।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में नए साल का जश्न देखने लायक था। राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट और कनॉट प्लेस लोगों की भीड़ से गुलजार रहे। शानदार आतिशबाजी ने रात के अंधेरे को रोशन कर दिया। मुंबई का मरीन ड्राइव और गेटवे ऑफ इंडिया भी हजारों लोगों की मौजूदगी में रोशनी से झिलमिला उठा। गोवा के समुद्री तटों पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने मिलकर शानदार पार्टी की।
कश्मीर की बर्फीली घाटियों में नववर्ष का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे। गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों ने नए साल का स्वागत बर्फबारी के बीच किया। उत्तराखंड के मसूरी और नैनीताल में भी नए साल का जश्न जोरों पर रहा। यहां होटल और रिसॉर्ट्स में गज़ल नाइट्स, कैंडललाइट डिनर और लाइव परफॉर्मेंस का आयोजन किया गया, जो पर्यटकों को खूब भाया।
कन्याकुमारी में नए साल का स्वागत सूर्यास्त के साथ किया गया, जहां लोगों ने समुद्र तट पर बैठकर इस खास पल का आनंद लिया। चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में पार्टी और कन्सर्ट का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि दक्षिण भारत में कई जगह पारंपरिक तरीके से नए साल का स्वागत किया गया, जिसमें पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन शामिल थे।
छोटे शहरों और गांवों में भी नए साल के स्वागत का जुनून कम नहीं था। सोशल मीडिया पर भी नए साल की शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई। 2025 के इस जोशभरे आगाज़ ने साबित कर दिया कि भारत विविधताओं से भरा देश होने के बावजूद, हर खुशी को मिलकर मनाना जानता है. हर राज्य, हर संस्कृति ने अपने अंदाज में नए साल का स्वागत किया और एक बार फिर देश के एकता और उत्साह को दर्शाया।