सियाचिन में सैनिकों को नहाने के लिए नहीं करना होगा 90 दिन का इंतजार

सियाचिन में सैनिकों को नहाने के लिए नहीं करना होगा 90 दिन का इंतजार

नई दिल्ली। सियाचिन दुनिया की सबसे ऊंची रणभूमि है। यहां पर तैनात भारतीय जवानों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहां तैनात जवानों को नहाने के लिए 90 दिनों का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन, अब जवानों को पानी रहित ऐसे उत्पाद दिए जाएंगे, जिनके उपयोग से उन्हें नहाने जैसा ही महसूस होगा और सैनिक जानलेवा ठंड से भी बच जाएंगे।

सियाचिन ग्लेशियर 21,700 फीट की ऊंचाई पर है। इन दिनों वहां का तापमान -19 से -28 डिग्री पर है, यानी इतनी अधिक ठंड कि खून जम जाए। ऐसे में नहाना तो बहुत दूर की बात है। अधिकारियों के मुताबिक सियाचिन में तैनात हर सैनिक 90 दिन तक नहा नहीं पाता। लेकिन, अब पानी रहित नए ‘बॉडी हाइजीन’ उत्पाद के उपयोग से वे कम से कम सप्ताह में दो बार नहा सकेंगे। करीब 20 मिलीलीटर जेल उनके नहाने के लिए पर्याप्त रहेगा।

अगस्त 2016 में शुरू आर्मी डिजाइन ब्यूरो (एडीबी) ने यह पानी रहित ‘बॉडी वॉश’ बनाया है। एडीबी की जिम्मेदारी सेना और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर सैन्य जरूरतें पूरी करने के लिए जरूरी शोध एवं विकास कार्यों को अंजाम देना है। वहीं, दिल्ली आईआईटी ने हाइजीन उत्पाद तैयार किया है।

कोलकाता स्थित ईस्टर्न कमांड जिस पर चीन से सटे बॉर्डर को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी है, उसने सियाचिन में तैनात सैनिकों के नहाने के उपयोग वाले पानी रहित नए उत्पाद का परीक्षण किया है। परीक्षण में उसके सही साबित होने के बाद ईस्टर्न कमांड ने पानी रहित ‘बॉडी वॉश’ की हजारों बोतलों की पूर्ति का आदेश जारी कर दिया है।

सियाचिन में तैनात रह चुके एक अधिकारी ने बताया कि वहां रोजाना बर्फ को पिघलाकर पानी गर्म करने में भारी मात्रा में ईंधन जलाना पड़ता है, जो ठीक नहीं है। ऐसे उत्पाद की जरूरत लंबे समय से महूसस की जा रही थी, जो अब पूरी होने जा रही है।

एडीबी को तीन रिपोर्ट में सियाचिन में सैनिकों की 130 समस्याओं की जानकारी मिली। उनमें सैन्य वाहनों के इंजन का सही कार्य करना, सैनिकों के आने-जाने के लिए पुलों का निर्माण करना, ऐसी स्मार्ट जैकेट तैयार करना, जिसमें कोडिंग की गई हो, अधिक क्षमता वाली दूरबीनें और बर्फ में भारी काम करने में सक्षम रोबोट तैयार करना आदि शामिल है।

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16,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर हैं अधिककतर चौकियां

21,753 फीट यानी सर्वाधिक ऊंचाई पर है बाना सीमा चौकी

3000 सैनिक तैनात हैं सियाचीन की चौकियों पर

-50 डिग्री तक चला जाता है न्यूनतम तापमान

2000 करोड़ रुपए से अधिक राशि सालभर में खर्च होती है सियाचिन की सुरक्षा पर

28 दिन (औसत) पैदल चलकर सियाचिन की चौकियों तक पहुंचते हैं जवान

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