भारत-पाकिस्तान ने साझा की कैदियों और परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय समझौते के तहत परमाणु प्रतिष्ठानों और एक-दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की सूची साझा की। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने 347 कैदियों की सूची पाकिस्तान से साझा की है। इनमें 98 मछुआरे और 249 अन्य कैदी शामिल हैं।
पाकिस्तान ने अपनी जेलों में बंद 537 भारतीय कैदियों की सूची साझा की है। इनमें 483 मछुआरे और 54 अन्य लोग शामिल हैं।
सरकार ने नागरिक कैदियों, गुमशुदा भारतीय रक्षा कर्मियों, मछुआरों एवं नौकाओं को जल्द छोड़ने को कहा है। इस संदर्भ में उन 17 भारतीय नागरिक कैदियों एवं 369 मछुआरों को रिहा करने में तेजी लाने को कहा गया है जिनकी नागरिकता की पुष्टि हो चुकी है। पाकिस्तान से उनके 80 कैदियों के मामले में जल्द प्रतिक्रिया देने को भी कहा गया है जिन्होंने अपनी सजा पूरा कर ली है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 21 मई, 2008 को हुए राजनयिक पहुंच संबंधी समझौते के तहत यह कदम उठाया गया। इसके तहत दोनों देशों को कैदियों की सूची एक साल में दो बार- एक जनवरी और एक जुलाई को साझा करनी होती है। दोनों देश बार-बार तनाव के बावजूद कैदियों की सूची साझा करने की परंपरा का पालन करते रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान ने अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची भी साझा की। दोनों देशों के बीच 31 दिसंबर, 1988 को परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले पर प्रतिबंध संबंधी समझौता हुआ था। इसके तहत दोनों देश अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची एक-दूसरे के साथ साझा करते हैं।