Bns Special: श्रावण सोमवार 2023 : सावन मास व्रत, महत्व, पूजा, विधि-विधान – भगवान शिव को प्रसन्न करने के… ये सरल उपाय, अर्पण करे ये 5 चीजें होगी मनोकामना पूरी……..

नई दिल्ली (धर्म डेस्क-BNS)। हिंदू धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है। सावन महीने में प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव की विधिवत उपासना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, श्रावण सोमवार के दिन भगवान शिव की उपासना करने से साधक को सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य एवं धन-धान्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि श्रावण मास भगवान शिव का अत्यंत प्रिय महीना है। इसलिए इस महीने में भोलेनाथ की उपासना करने से साधक को कई प्रकार के रोग एवं दोष से भी मुक्ति प्राप्त होती है।

भगवान शिव को जग के रचयिता कहा जाता है। इनके बड़ी संख्या में भक्त हैं। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए लोग हर वक्त तरह-तरह के जतन करते हैं और उन्हें प्रसन्न कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। भगवान भोलेनाथ ऐसे देवता हैं, जो अपने भक्तों की थोड़ी सी भक्ति में ही प्रसन्न हो जाते हैं. भगवान शिव को प्रसन्न करने, उनका आशीर्वाद प्राप्त करने और उनकी आराधना के लिए सोमवार का दिन सर्वोत्तम माना गया है। आज (सोमवार) के दिन कुछ सरल उपाय कर मनुष्य अपने जीवन की परेशानियों से छुटकारा पा सकता है। आइए जानते हैं उपाय।

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1. घर में खुशहाली लाने का उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि आप अपने घर में सुख शांति और खुशहाली लाना चाहते हैं, तो हर सोमवार भगवान शिव को घी शक्कर और गेहूं के आटे से बना भोग अर्पित करें। इसके बाद उनकी आरती करें. इस उपाय से आपके घर में सुख शांति और खुशहाली बनी रहेगी।

2. मनचाहा वरदान पाने के उपाय
यदि आप अपनी हर मनोकामना पूरी करना चाहते हैं तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोमवार के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दूध, शक्कर, सफेद वस्त्र और दही का दान करना चाहिए। इस उपाय से भोलेनाथ अपने भक्तों से प्रसन्न होकर मनचाहा आशीर्वाद देते हैं।

3. आर्थिक तंगी से बचने के उपाय
यदि आप कड़ी मेहनत कर रही है और उसके बाद भी मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं तो सोमवार के दिन शिव मंदिर में जाकर शिव रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इस उपाय से आपको लाभ मिलेगा।

4. भोलेनाथ की कृपा पाने का उपाय
यदि भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन महादेव को दूध, धतूरा, आक, गंगाजल, चंदन, अक्षत और बेलपत्र चढ़ाना चाहिए. इससे महादेव प्रसन्न होकर शुभ आशीष प्रदान करते हैं।

5. चंद्र दोष को कम करने का उपाय
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो चंद्र दोष को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उस व्यक्ति को सफेद वस्त्र धारण करना चाहिए और जब भी घर से बाहर निकलें अपने माथे पर चंदन का तिलक लगाकर ही निकलना चाहिए।

श्रावण सोमवार 2023 पूजा विधि
सावन के द्वितीय सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें और भगवान शिव का जलाभिषेक करें। इस दौरान उन्हें अक्षत, गंध, पुष्प, धूप, दीप, दूध, पंचामृत, बेलपत्र, भांग, धतूरा इत्यादि जरूर अर्पित करें। इसके साथ पंचामृत से अभिषेक करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का निरंतर जाप करें। इस विशेष दिन पर शिव चालीसा का पाठ करें और पूजा के अंत में भगवान शिव की आरती जरूर करें। ऐसा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।

श्रावण सोमवार व्रत महत्व
सावन मास में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार व्रत को बहुत ही फलदाई माना जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति विधि-विधान से पूरे सावन व्रत नहीं रख पाता है, उन्हें सोमवारी व्रत अवश्य रखना चाहिए। ऐसा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सावन सोमवार व्रत रखने से भगवान शिव अपने भक्त से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।

भोलेनाथ को प्रिय हैं ये चीजें

  • *शंकर भगवान इतने भोले हैं कि वो एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। सुबह स्नान करने के बाद किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने से शिव की कृपा मिलती है।
  • शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से व्यक्ति को सुख-शांति मिलती है। वहीं शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करने से समृद्धि में वृद्धि होती है और दरिद्रता दूर होती है।
  • भोलेनाथ को इत्र भी बहुत पसंद हैं। मान्यता है कि शिवलिंग पर इत्र लगाने से मन के विचार पवित्र और शुद्ध होते हैं। शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से सेहत अच्छी रहती है और व्यक्ति सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
  • भगवान शिव को दही और घी भी बेहद प्रिय हैं। इन्हें अर्पित करने से जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है। इससे व्यक्ति की शक्ति में भी वृद्धि होती है।
  • चंदन चढ़ाने से भी भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। शिवलिंग पर चंदन अर्पित करने से व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और यश मिलता है। शिवलिंग पर बिल्‍वपत्र चढ़ाने भक्‍तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

ऐसे चढ़ाएं शमीपत्र
सोमवार को स्न्नान करके शिव मंदिर में जाकर पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख करके तांबे के पात्र में गंगाजल सफेद चंदन,चावल आदि मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें। अभिषेक करते समय ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का उच्चारण करें। जब अभिषेक कर लें, तब शिव जी को बिल्व पत्र, सफेद वस्त्र, जनेऊ, चावल, प्रसाद के साथ शमी के पत्ते भी अर्पित करें। शमी के पत्ते अर्पित करते समय हो सके तो इस मंत्र का उच्चारण करें।

अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च।
दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।

शमी पत्र अर्पित करने के उपरांत शिवजी की धूप, दीप और कर्पूर से आरती करें।

Shami_plant- India TV Hindi

 

इस दिशा में लगाएं शमी का पौधा
ऐसी मान्यता है कि घर में शमी का पेड़ लगाने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है, साथ ही यह वृक्ष शनि के कोप से भी बचाता है। शमी का वृक्ष घर की उत्तर दिशा या ईशान कोण में लगाना लाभकारी माना गया है,लेकिन इस दिशा में इसे गमले में लगाना चाहिए।जमीन में लगा रहे हैं तो दक्षिण दिशा में लगा सकते हैं। ज्योतिष मान्यता के अनुसार यदि नियमित रूप से शमी वृक्ष की पूजा की जाए और इसके नीचे सरसों तेल का दीपक जलाया जाए, तो घर पर भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है और शनिजन्य दोष से मुक्ति मिलती है।

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धर्म डेस्क( BNS )

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