नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण से मुक्त लोगों में डायबिटीज व किडनी में सूजन की परेशानी बढ़ रही है। अस्पतालों व विशेषज्ञ चिकित्सकों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व में कोरोना संक्रमित होने वाले लगभग एक तिहाई यानी 30 से 35 प्रतिशत मरीजों में शुगर का प्रकोप बढ़ा है। यही नहीं लगभग 15 प्रतिशत लोगों में किडनी व मूत्र संबंधी विकार बढ़ा है।
चिकित्सकों की मानें तो कोरोना के कारण नए शुगर मरीजों की संख्या पिछले दो महीने में काफी बढ़ी है। आईजीआईएमएस के इंडोक्राइनोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण शुगर के मरीजों की तीन नई कैटेगरी बन गई है। एक तो जिन्हें पहले से शुगर था, उनका शुगर अनियंत्रित होने की शिकायत काफी बढ़ गई है। दूसरे बड़ी संख्या में नए शुगर मरीज बढ़ गए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है अस्पतालों में भर्ती होने के दौरान दवाइयों का इस्तेमाल किया गया और कोरोना ठीक होने के बाद भी शुगर कंट्रोल नहीं हो पाया।
वहीं, तीसरे वर्ग में तत्कालिक शुगर पीड़ित भी शामिल हो गए। इस वर्ग के लोगों का शुगर तो बढ़ा लेकिन कुछ दिनों में वे ठीक भी हो गए। डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि कोरोना के कारण नए शुगर पीड़ितों की संख्या में अचानक काफी बढ़ोतरी आई है। वहीं डॉ. अमित कुमार ने बताया कि किसी भी इंफेक्शन (संक्रमण) में शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। कोरोना ऐसा इंफेक्शन है जो शरीर के हर अंग को प्रभावित कर रहा है। संक्रमित व्यक्ति बाद में तनावग्रस्त भी रह रहे हैं। तनाव, नींद और आराम में कमी भी शुगर बढ़ने का एक बड़ा कारण बनता है।
पीएमसीएच के वरीय किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज हंस ने बताया कि किडनी और पेशाब संबंधी विकृतियों से ग्रसित नए मरीजों की संख्या हाल के दिनों में काफी बढ़ गई है। इनकी संख्या 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ी है। बताया कि ये ऐसे मरीज हैं जो कोरोना की दूसरी लहर में हाल ही में संक्रमित हुए थे। इन मरीजों की किडनी की क्षमता कम पाई जा रही है। दूसरे पेशाब में यूरिया, प्रोटीन और क्रिएटनीन की मात्रा बढ़ी हुई मिल रही है। उन्होंने कोविड से उबरे मरीजों को एक बार शुगर और किडनी की जांच विशेषज्ञ डॉक्टर से कराने की भी सलाह दी।
डॉ. पंकज हंस, डॉ. वेद प्रकाश, डॉ. राजन और डॉ. अमित कुमार ने इन परेशानियों से बचाव के लिए सलाह भी दी। कहा कि कोरोना के हल्के संक्रमण वाले मरीजों को छोड़कर अन्य सभी कैटेगरी के संक्रमितों को ठीक होने के बाद एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
ये ध्यान रखें
- शुगर की जांच तत्काल कराएं
- खान-पान में नियंत्रण रखें
- तनाव से बचें, भरपूर नींद और आराम करें
- अपनी दिनचर्या में योग-प्राणायाम और व्यायाम को शामिल करें
- उचित मात्रा में पानी पीएं
- किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें