जयपुर। राजस्थान में महिलाएं लव जिहाद के अपराधियों के खिलाफ सख्त कानून चाहती हैं और इस मांग को लेकर कुछ समूहों के बीच आम सहमति बनी है, जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जल्द ही कानून लाने का आग्रह कर रहे हैं। एक सामाजिक संगठन निमीकेतम संस्था के अनुसार, राज्य के 20 जिलों में लव जिहाद की घटनाएं सामने आई हैं, जिनके आंकड़ों के अनुसार, जयपुर में 20 मामले, अजमेर में 23, और टोंक जैसे छोटे जिलों में 13 मामले सामने आए हैं।
राज्य में लव जिहाद के बढ़ते मामलों के खिलाफ विभिन्न समूहों की महिलाओं ने गुरुवार को विश्व मानव अधिकार दिवस मनाया। साल 2020 में 67 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि, पिछले चार सालों में राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 153 मामले सामने आए हैं।
महिला कार्यकर्ताओं ने यहां सेंट्रल पार्क में विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है, “लव जिहाद के पीड़ितों के मानवाधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता है। सरकार को इस तरह के कृत्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और अभियुक्त को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए।” भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के नेताओं ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की मांग की है।
पत्र में उन्होंने कहा है, “राज्य में हर महीने लव जिहाद के कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें साजिशन भोली-भाली लड़कियों को फंसाया जाता है और शादी के बाद उन्हें अपनी जाति बदलने के लिए मजबूर किया जाता है।”
उसमें आगे लिखा है, “राजस्थान में लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून लाने की सख्त जरूरत है। गहलोत को तुरंत बेटियों की जिंदगी सुरक्षित करने के लिए इस गंभीर मुद्दे पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”