भारत बदल नहीं सकता, इस सोच को ही बदल डाला है : पीएम मोदी

भारत बदल नहीं सकता, इस सोच को ही बदल डाला है : पीएम मोदी

वाराणसी। प्रवासी भारतीय दिवस समारोह का शुभारंभ करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि आप सभी के सहयोग से बीते साढ़े चार वर्षो में भारत ने दुनिया में अपना स्वाभाविक स्थान पाने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है। पहले लोग कहते थे कि भारत बदल नहीं सकता। लेकिन हमने इस सोच को ही बदल डाला है। हमने बदलाव करके ही दिखाया है। दुनिया आज हमारी बातों को पूरी गंभीरता से सुन भी रही है और समझ भी रही है। संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े पर्यावरण पुरस्कार मिलना इसी का परिणाम है। भारत अनेक मामलों में दुनिया की अगुवाई करने की स्थिति में है। इससे पहले पीएम मोदी ने समारोह में मुख्य अतिथि मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जगन्नाथ के साथ समारोह का शुभारंभ किया। पीएम के अलावा मारीशस के पीएम जगन्नाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सीएम योगी आदित्यानाथ और विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया।

प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी ने इस प्रवासी भारतीय दिवस समारोह का शुभारंभ किया था। उनके जाने के बाद पहली बार इसका आयोजन हो रहा है। आप सभी आज काशी में हैं। काशी और आप प्रवासी लोगों में एक समानता देख रहा हूं। काशी अपनी परंपरा से दुनिया में देश की पहचान कराती रही है। आप भी दुनिया में भारत और भारतीयता से परिचय करा रहे हैं। मैं आपकों भारत का ब्रांड एंबेसडर मानने के साथ ही देश की विशेषताओं का प्रतिनिधि भी मानता हूं। आप जिस देश में भी रह रहे हैं। वहां की अर्थव्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया है।

सबका साथ सबका विकास के सूत्र पर चलते हुए देश ने बीते साढ़े चार साल में क्या पाया इसकी तस्वीर है कि भारत देश की आर्थिक शक्ति बन रहा है। आज हम दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम आयुष्मान भारत चला रहे हैं। आज युवा मेक इन इंडिया के तहत रिकार्ड मोबाइल, ट्रक, बस बना रहा है तो खेत में रिकार्ड अन्न उगा रहा है।

राजीव गांधी का बिना नाम लिये पीएम मोदी ने कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि पहले दिल्ली से एक रूपया निकलता है तो पंद्रह पैसे गांव में पहुंचता है। उन्होंने जिस व्यवस्था को दिया, उसे स्वीकार किया था। इसके बाद भी उनकी पार्टी ने इस लूट को बंद करने का प्रयास नहीं किया।हमने टेक्नोलाजी का इस्तेमाल करके इस 85 प्रतिशत की लूट को शत प्रतिशत खत्म कर दिया है। बीते साढ़े चाल वर्षों में करीब पांच लाख अस्सी हजार करोड़ रुपये हमारी सरकार ने अलग अलग योजनाओं के तहत सीधे लोगों को दिये, उनके बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किये। किसी को घर के लिए, किसी को पढ़ाई के लिए, किसी को गैस सिलेंडर के लिए, किसी को अनाज के लिए दिये गए।

पीएम मोदी ने कहा कि अगर देश पुरानी व्यवस्था पर चलता तो करीब साढ़े चाल लाख करोड़ से ज्यादा रकम छूमंतर हो जाती। अगर व्यवस्था में बदलाव नहीं लाते तो यह राशि लूट ली जाती। यह सुधार पहले भी हो सकता था लेकिन नीयत नहीं थी। इच्छा शक्ति नहीं थी। हमारी सरकार उस रास्ते पर चल रही है कि सरकार के तहत दी जा रही राशि सीधे लाभार्थीं को मिले।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने बड़ी संख्या में सात करोड़ ऐसे लोगों को हटाया है जो केवल कागज पर थे। पूरे मिशन में जितने लोग हैं। अनेक देशों की जनसंख्या से ज्यादा लोग यहां कागजों में जी रहे थे और कागजों में ही सरकारी सुविधा ले रहे थे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में हो रहे परिवर्तन न्यू इंडिया की केवल एक झांकी भर है। भारत की गौरवशाली परंपरा को हासिल करने के लिए एक संकल्प है। इस संकल्प में आप भी शामिल हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि आप जहां भी रहें, सुखी रहें, सुरक्षित रहे। बीते चार साल में संकट में फंसे दो लाख भारतवासियों को मदद पहुंचाई गई है। प्रवासी भारतीयों के लिए एक नया कदम भी उठाया गया है। हमारी एंबेसी को पासपोर्ट सेवा से जोड़ा जा रहा है। इससे एक सेंट्रलाइज सिस्टम तैयार हो जाएगा। ई पासपोर्ट की दिशा में काम चल रहा है। ई वीजा से समय की बचत हो रही है। परेशानियां भी कम हुई हैं। आप अपनी मिट्टी से भले दूर हैं लेकिन न्यू इंडिया में लगातार प्रयास कर रहे हैं। भारत में जो बदलाव आ रहा है। जो नए अवसर बन रहे हैं, उसमें आपका भी योगदान है।

मोदी ने कहा कि प्रवासी तीर्थ दर्शन की शुरुआत की जा रही है। आप जिस भी देश में रहते हैं। वहां से अपने आसपास के कम से कम पांच परिवार अौर वह भी नान इंडियन को भारत आने के लिए प्रेरित कीजिये। आपका यह प्रयास भारत में टूरिज्म बढ़ाने में मदद करेगा। मोदी ने कहा कि पिछले दिनों सुषमा जी के नेतृत्व में एक प्रयोग हुआ। विभिन्न देशों में गांधी जी का भजन गाने को प्रेरित किया गया। विदेशियों को वैष्णव जन ते…गाते देखना बेहद सुखद रहा। इस साल हम गुरुनानक जी की 500वीं जयंती भी मना रहे हैं। गुरुवाणी को कैसे लोगों तक पहुंचाया जाए, इस पर भी काम हो रहा है।

पीएम मोदी ने प्रवासी सम्मेतन के भव्य आयोजन के लिए यूपी सरकार और अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कुंभ के मेले की इतनी बड़ी जिम्मेदारी के साथ इस आयोजन की जिम्मेदारी ली लेना बहुत बड़ी बात है। योगी सरकार ने आज बता दिया है कि यहां की सरकार, यहां के अधिकारी दुनिया में किसी से कम नहीं हैं। मैं काशीवासियों का सिर झुकाकर प्रणाम करना चाहता हूं। एक बार को छोड़ दिया जाए तो हमेशा प्रवासी दिवस में रहा हूं। आज काशी ने जिस प्रकार से इस कार्यक्रम को जनता जनार्दन का कार्य़क्रम बना दिया….करीब चार सौ लोग काशी वालों के यहां ठहरे हैं। लोग होटल छोड़कर टेंट सिटी का आनंद लेने पहुंच गए हैं। यह अद्भुत है। ऐसा वातावरण कभी पहले प्रवासी सम्मेलन में नहीं देख पाया हूं। यहां के लोगों ने काशी का गौरव बढ़ाया तो सांसद होने के नाते मेरी खुशी ज्यादा बढ़ जाती है। मेहनत आप लोगों ने की लेकिन पीठ मेरी थपथपाई जा रही है। मुझे विश्वास है कि मेरी काशी आपके माध्यम से दुनिया के हर किसी के दिल में जगह बनाएगी और हर किसी को काशी आने का मन करेगा।

पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से नमो एप से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत में आप लोगों का यह प्रवास सुखद रहे। मैं प्रधानमंत्री या सांसद के रूप में नहीं लेकिन अपने आनंद के लिए एक चीज करने जा रहा हूं। भारत में मार्च का महीना परीक्षा का महीना होता है। घरों में एक तनाव का माहौल रहता है। मेरी कोशिश होती है कि अभिभावकों से बात की जाए। इस साल 29 जनवरी को देश के अभिभावकों से नरेंद्र मोदी एप के माध्यम से एग्जाम के संबंध में बातचीत करने वाला हूं। आप भी उससे जुड़िये अौर अभिभावकों को तनाव से दूर रहने को प्रेरित कीजिये।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में श्रीश्रीश्री शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर अपना शोक व्यक्त किया। कहा कि आज आपसे अपनी बात शुरू करने से पहले, डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर शोक व्यक्त करना चाहता हूं। टुमकूर के श्री सिद्धगंगा मठ में, मुझे कई बार उनसे आशीर्वाद लेने का अवसर मिला था। जब भी उनसे मिलता था, वो बेटे की तरह अपना स्नेह मुझ पर दिखाते थे। ऐसे महान संत, महाऋषि का जाना, हम सभी के लिए बहुत दुखद है। मानव कल्याण के लिए उनके योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, 2004 से 2014 के बीच इस दिवस का महत्व घटता चलता गया और एक रस्म बनकर रह गया। लेकिन मई 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली तो इस दिवस में नई जान फूंक दी। हमारी सरकार ने देश के बाहर बसे भारतीय समुदाय के लोगों से सीधा संवाद किया था। मेडिसन स्क्वायर में जब प्रधानमंत्री ने भाषण दिया तो लोग पूछते थे कि क्या ये हॉल भर पाएगा, तो मैं मुस्करा कर कहती थी कि उसी दिन देखिएगा।

समारोह में मुख्य अतिथि मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जगन्नाथ, यूपी के राज्यपाल रामनाईक, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ, विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अौर केंद्र के साथ राज्य के कई मंत्री भी मौजूद रहे।

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