नई दिल्ली। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को रविवार को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह पुरस्कार दिया। बिग बी ने दादासाहेब फाल्के मिलने पर कहा कि जब मुझे ये सम्मान मिला तो मुझे लगा कि क्या मेरा करियर खत्म हो चुका है। लेकिन बिग बी ने फिर कहा कि अभी उन्हें लगता है कि शायद फिल्म इंडस्ट्री में कुछ काम करना बाकी है। ज्ञात हो कि 23 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित हुए 66वें राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में खराब तबियत के कारण अमिताभ बच्चन नहीं पहुंच सके थे।
Watch LIVE as President Kovind presents Dadasaheb Phalke Award to Shri Amitabh Bachchan and hosts the winners of the National Film Awards 2018 at Rashtrapati Bhavan https://t.co/cedCpEDQTE
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 29, 2019
बिग बी ने ट्वीट कर कहा था, ‘बुखार के कारण अस्वस्थ्य हूं। यात्रा की अनुमति नहीं है इसीलिए कल दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में भाग नहीं ले सकूंगा।दुर्भाग्यपूर्ण, मुझे पछतावा है’।’
President Kovind presented Dadasaheb Phalke Award to Shri Amitabh Bachchan for his outstanding and invaluable contribution to cinema spanning over five decades. An actor par excellence, his work has entertained and inspired generations in India and across the world. @SrBachchan pic.twitter.com/YCvdqpjywj
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 29, 2019
अमिताभ बच्चन ने कहा कि पुरस्कार की शुरुआत लगभग 50 साल पहले हुई और मुझे इंडस्ट्री में काम करते हुए भी करीब इतना ही समय हो गया है। जब मुझे यह अवार्ड देने की घोषणा की गई थी तो लगा कि क्या मेरा करिअर खत्म हो चुका है। हालांकि मुझे लगता है कि शायद फिल्म इंडस्ट्री में कुछ काम करना बाकी है। दादा साहेब पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण कमल, एक शॉल और 10 लाख रुपए नकद प्रदान किए जाते हैं।
अमिताभ ने साल 1969 में सात हिंदुस्तानी फिल्म के साथ बड़े पर्दे पर डेब्यू किया था। शुरुआत में उनकी 10-12 फिल्में कमाल नहीं कर पाईं, लेकिन वर्ष 1973 में आई जंजीर फिल्म की एंग्री यंगमैन की छवि से वे दर्शकों के चहेते बन गए। इसके बाद उनकी एक के बाद एक कई हिट फिल्में आईं। राजेश खन्ना के बाद वे दूसरे सुपरस्टार साबित हुए। संयोग से आज ही दिवगंत राजेश खन्ना का जन्मदिन भी है।