सरकार का छत्तीसगढ़ प्रेम,अब राजिम कुंभ नहीं पुन्नी महोत्सव
रायपुर। कांग्रेस का छत्तीसगढिय़ा प्रेम अब खुलकर सामने लगा है। कई सालों से राजिम प्रयाग में आयोजित हो रहे राजिम कुंभ को अब फिर से पुन्नी महोत्सव के नाम से जाना जायेगा। जो कि पहले भी होते रहा है,लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इसका पूरी तरह से सरकारीकरण कर दिया था इसलिए छत्तीसगढ़ से दूर यह एक प्रायोजित मेला बन गया था। स्थानीय कलाकारों की जगह मुंबईया झलक से भी स्थानीय प्रतिभा दुखी थे। सरकार के इस फैसले का चौतरफा स्वागत किया जा रहा है।
धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने इस बात का ऐलान किया कि राजिम कुंभ अब पुन्नी महोत्सव के नाम से जाना जायेगादुर्ग में सभा के दौरान मंच से मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शंकाराचार्य की मौजूदगी में कहा कि राजिम कुंभ के बजाय पुन्नी महोत्वसव छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और कला को और समृद्ध करेगा।
साहू ने कहा कि उन्होंने महोत्सव का नाम बदलने के लिए अफसरों को आदेशित भी कर दिया है। वहीं एक अन्य बड़े फैसले में साहू ने कहा कि राज्योत्सव में अब बालीवुड के कलाकार नहीं आयेंगे, बल्कि उनकी जगह पर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकार और स्थानीय कलाकारों को ही मौका दिया जायेगा। दरअसल कांग्रेस हर बार स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा भाजपा के शासनकाल में लगाती रही है। लिहाजा अब सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने स्थानीय कलाकारों को प्रमुखता देने की बात कही है।